बाहुबली अनंत सिंह पर नीतीश कुमार को घेर रहे तेजस्वी क्यों भूल गए अपने अतीत का 'अनंत प्यार'?
Bihar: मोकामा में हुए अनंत सिंह और सोनू-मोनू के बीच की अदावत और फायरिंग की घटना ने एक बार फिर पूरे मोकामा को पुराने दौर की याद दिला दी. चर्चा अब इस बात की शुरु हो गई की क्या मोकामा में अब फिर से गैंगवार ने दस्तक दे दी है. आखिर इस लड़ाई का अंजाम क्या होगा.
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Bihar: मोकामा में हुए अनंत सिंह और सोनू-मोनू के बीच की अदावत और फायरिंग की घटना ने एक बार फिर पूरे मोकामा को पुराने दौर की याद दिला दी. चर्चा अब इस बात की शुरु हो गई की क्या मोकामा में अब फिर से गैंगवार ने दस्तक दे दी है. आखिर इस लड़ाई का अंजाम क्या होगा. वहीं दूसरी तरफ इस घटना ने नीतीश कुमार की सुशासन की सरकार वाले दावों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है. विपक्ष लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहा है. खासकर तेजस्वी यादव इस पूरे मामले को लेकर नीतीश पर हमलावर हैं.
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को अपराधियों के साथ सांठ-गाठ करने वाला अपराधियों को संरक्षण देने वाला मुख्यमंत्री बता हैं. लेकिन इन सब के बीच तेजस्वी यादव पर भी सवाल उठने शुरू हो चुके हैं. क्योंकि ये वहीं तेजस्वी यादव हैं. जिनका कभी अनंत प्यार खूब छलकता था. मीडिया के सामने नीतीश को अपराधियों को दस्तखत कर जेल से बाहर निकालने वाले सीएम बता कर घेरने वाले ये वहीं तेजस्वी यादव हैं, जो कभी चेतन आनंद को टिकट देकर आनंद रसूख का सुख भोग रहे थे और आज ये वहीं तेजस्वी यादव हैं. जो अपने अतीत के 'आनंद' और 'अनंत प्यार' को भुलाकर सवालों के बौछार कर रहे हैं. उन्हें कुख्यात अपराधी बता रहे हैं.
आरजेडी के वाशिंग मशीन में तब सब हो गए थे साफ?
तेजस्वी यादव ने अपने बयान में अनंत सिंह-आनंद मोहन का खुलकर नाम नहीं लिया पर इशारों में इतना जरूर कहा कि ‘मौजूदा सरकार ने दो अपराधियों को अपने कलम से दस्तखत करके जेल से बाहर निकालने का काम किया. वो सीधे तौर पर बिना नाम लिए आनंद मोहन और अनंत सिंह की ही बात कर रहे थे. अब आपको याद दिला दें की पिछले साल सरकार पलटने तक आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद और अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह दोनों आरजेडी कोटे से ही विधायक थे. लेकिन तभी नीतीश के पलटी मारने के साथ ही विश्वास मत के दौरान दोनों ने ही पाला बदल कर नीतीश कुमार को समर्थन दिया था.
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तेजस्वी देंगे इन सवालों का जवाब?
तेजस्वी यादव कहते हैं कि उनकी सरकार बनेगी तो अपराधियों को फिर से जेल में डाल देंगे. अपराधी कोई भी हो वो नहीं छोड़ेंगे लेकिन जरा अतीत याद कर तेजस्वी यादव को ये जवाब जरुर देना चाहिए कि अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी किस पार्टी की विधायक थीं? आनंद मोहन के बच्चे चेतन आनंद किस पार्टी के विधायक थे. क्या तब तेजस्वी यादव को अपराध और बाहुबलियों का परिवार याद नहीं था?.
खैर इसमें गलती शायद तेजस्वी यादव की भी नहीं है. राजनीति चीज ही ऐसी है. आज के समय में लगभग सभी सियासी दल एक वाशिंग मशीन ले कर घूम रहे हैं. जो अपने जरुरत के हिसाब से किसी भी बाहुबली और अपराधी को पार्टी में टिकट देने से लेकर चुनाव लड़वाने तक में अपने-अपने फायदे के हिसाब से चमकाने और निकालने में लगे हैं.