ग्वालियर में हुई सागर जैसी घटना, भरभराकर गिरी स्कूल की छत, जानें कितने छात्र उस छत के नीचे पढ़ रहे थे

हेमंत शर्मा

Gwalior News: ग्वालियर के मुरार विकासखंड में स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय चकरामपुरा की छत अचानक भरभरा कर गिर पड़ी. गनीमत यह रही कि जिस वक्त यह छत गिरी, उस वक्त स्कूल के अंदर कोई मौजूद नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.

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Gwalior school roof collapsed
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Gwalior News: ग्वालियर के मुरार विकासखंड में स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय चकरामपुरा की छत अचानक भरभरा कर गिर पड़ी. गनीमत यह रही कि जिस वक्त यह छत गिरी, उस वक्त स्कूल के अंदर कोई मौजूद नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. छत गिरने के कुछ देर पहले ही स्कूल में पढ़ रहे कई सारे बच्चे और स्कूल में पढ़ा रहे शिक्षक छुट्टी होने के बाद स्कूल भवन से बाहर निकल गए थे. यह पूरा घटनाक्रम मंगलवार का है. मुरार विकासखंड के शासकीय प्राथमिक विद्यालय चकरामपुरा में स्कूल संचालित हो रहा था.

सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ स्कूल शाम के 4:30 बजे तक चला. स्कूल की छुट्टी होने पर सभी छात्र स्कूल से चले गए. कुछ देर बाद स्कूल में पदस्थ दो शिक्षक भी स्कूल से बाहर निकल आए. इसके कुछ ही देर बाद अचानक स्कूल के एक कक्षा की छत गिर पड़ी. छत गिरने की आवाज सुनकर पास ही काम कर रहे ग्रामीण घबरा गए.

ग्रामीण दौड़े दौड़े स्कूल के पास पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि स्कूल की छत गिर चुकी थी, लेकिन अच्छी बात यह रही कि उस वक्त स्कूल में कोई मौजूद नहीं था. इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार का कहना है, कि स्कूल की छत पर पानी भी नहीं भरा हुआ था और न ही स्कूल की छत से पानी गिर रहा था. इसलिए इस भवन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया था.

लेकिन अचानक से यह हादसा हो गया, इसलिए अब ऐसे अन्य स्कूलों को भी चिन्हित किया जा रहा है जो जर्जर हालत में पहुंच चुके हैं. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ऐसे 47 स्कूलों की सूची बनाकर भेजी गई है और अब जर्जर हो चुके स्कूलों को दुरुस्त करने का काम भी किया जाएगा.

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घटना के बाद सक्रिय हुआ शिक्षा विभाग

इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि उनके वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से यह निर्देश दिए गए हैं कि जर्जर हो चुके भवनों में कोई भी स्कूली कक्षा ना लगाई जाए, इस बारे में भी मीटिंग में भी सभी शिक्षकों को अवगत करा चुके हैं. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अगर स्कूल भवन जर्जर हो चुका है, तो अन्य किसी शासकीय भवन में स्कूल संचालक की व्यवस्था करवाई जाएगी.

भिंड में हुआ सागर जैसा हादसा, दीवार गिरने से मासूम की मौत

सागर के बाद अब मध्य प्रदेश के भिंड जिले में भी दीवार गिर जाने की वजह से मासूम की मौत का मामला सामने आया है. घटना गोरमी के वार्ड क्रमांक 3 की है, जहां एक घर की दीवार गिर जाने की वजह से उसकी चपेट में तीन बच्चे आ गए. इनमें से एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि दो घायल बताए गए हैं.

घटना के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है. गोरमी के वार्ड क्रमांक 3 में स्थित गोरमी नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह के मकान की दीवार अचानक गिर गई. गली से गुजर रहे 16 साल का अरविंद, 17 साल का राजकुमार और 17 साल का ही अभिषेक इसकी चपेट में आ गए. वहां मौजूद लोगों ने तीनों को मलबे से बाहर निकाला और फिर उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले गए.

घर के मालिक ने की लापरवाही

अभिषेक की गंभीर हालत देखते हुए उसे ग्वालियर ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में अभिषेक के चाचा राय सिंह का कहना है, कि उन्होंने पहले ही इस जर्जर दीवार को दुरुस्त करवाने के लिए घर के मालिक से कहा था लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया. इस मामले में मेहगांव एसडीओपी संजय कोचा का कहना है कि मर्ग कम कर लिया गया है और जांच की जा रही है.

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