पहलगाम हमले के बाद भारत ने पानी में उतारा अपना जंगी जहाज INS विक्रांत, मिनटों में साफ हो जाएगा पाक!

सौरव कुमार

India's Next Move towards Pakistan: जम्मू-कश्मीर हमले के बाद भारत ने अरब सागर में INS विक्रांत को तैनात कर पाकिस्तान को चेतावनी दी है. अत्याधुनिक मिसाइलों और युद्धक क्षमताओं से लैस यह पोत कराची और ग्वादर तक मिनटों में हमला करने में सक्षम है.

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India's Next Move towards Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में हमले के बाद भारत ने अपना रुख साफ कर दिया हैं. इस बार भारत अलग ही एक्शन मोड में हैं. ऐसे में बौखलाए पाकिस्तान ने अरब सागर में  फायरिंग ड्रिल शुरु कर दिया है. वहीं पाकिस्तान के इस कृत्य का जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. भारतीय नौसेना ने अपने पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत को अरब सागर के करवट तट के पास तैनात कर दिया है. साथ ही भारतीय नौसेना ने अपना परीक्षण शुरू भी कर दिया जिससे की पाकिस्तान की हालत खराब हो रही है.

इस युद्धपोत के स्ट्राइक ग्रुप में एक विमानवाहक पोत, विध्वंसक, फ्रिगेट, पनडुब्बी और अन्य सहायक जंगी जहाज शामिल हैं. ये ग्रुप एक मजबूत सुरक्षा कवच बनाती है जो वायु, सतह और पनडुब्बी हर तरह से बचाव करती है. इस स्ट्राइक ग्रुप के पास इतनी शक्ति है कि ये चाहे तो किसी भी समय चंद मिनटों में कराची और ग्वादर बंदरगाह तक और पूरे पाकिस्तान को तबाह कर सकता है.

क्यों है INS विक्रांत अजेय?

भारत में बना पहला ये एयरक्राफट कैरियर Make in India का सबसे बड़ा उदाहरण. ये एक चलता फिरता युद्ध का मैदान है जो कि 45,000 टन वजनी युद्धपोत है. INS विक्रांत में 30+ फाइटर जेट और हेलिकॉप्टर कैपेसिटी जिसमें Mig-29K, HAL Tejas (नेवल), MH-60R जैसे लड़ाकू और युद्धक हेलिकॉप्टर शामिल. इसकी STOBAR टेक्नोलॉजी के कारण ये शॉर्ट टेक-ऑफ और अरेस्टेड लैंडिंग – तेज रफ्तार से उड़ान और सटीक लैंडिंग के लिए मशहूर है.

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कैसे तबाह कर सकता है पाकिस्तान?

पाकिस्तान की नौसेना के पास अभी तक कोई एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है. INS Vikrant की मौजूदगी हिंद महासागर और अरब सागर में भारत को रणनीतिक बढ़त देती है. INS विक्रांत से उड़े Mig-29K जेट्स पाकिस्तान के किसी भी नेवल बेस या एयरफोर्स टारगेट को मिनटों में तबाह कर सकते हैं. यह युद्धपोत समंदर में कहीं भी जाकर अपना बेस तैयार कर सकता है – मतलब पाकिस्तान को यह कभी पता नहीं चलेगा कि हमला कहां से होगा. ये किसी भी आपात युद्ध की स्थिति में दुश्मन की समुद्री सप्लाई चेन, ऑयल रिफाइनरी और मिलिट्री बंदरगाहों को ब्लॉक कर सकता है.

इन मिसाइलों से लैस है INS विक्रांत

Barak-8 Surface-to-Air Missiles (SAM): मध्यम दूरी तक दुश्मन के लड़ाकू विमानों, ड्रोन और एंटी-शिप मिसाइलों को हवा में ही तबाह करने में सक्षम. साथ ही ये एक साथ कई टारगेट को लॉक कर सकता है.

Close-In Weapon System (CIWS): ये कम दूरी की किसी भी मिसाइल या हमला करने वाले विमान को तुरंत खत्म कर सकता है और साथ ही 360° सुरक्षा देता है.

AK-630 गन सिस्टम: इसके साथ ही इसमें मिसाइलों और विमानों को बेहद कम दूरी पर मार गिराने की क्षमता भी है. इसमें अल्ट्रा-फास्ट रोटेटिंग गन लगा हुआ जो कि दुश्मनों के लिए काफी घातक है.

टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम (Mareech): दुश्मन की पनडुब्बियों और टॉरपीडो हमलों से रक्षा के लिए आधुनिक स्वदेशी तकनीक.

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