'राहुल गांधी PM होते तो PoK वापस ले लेते', तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी का मोदी सरकार पर तीखा हमला

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Telangana Revanth Reddy: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध के नतीजों पर मोदी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया. उन्होंने पूछा, "चार दिन के युद्ध के बाद क्या हुआ? किसने आत्मसमर्पण किया? हमें कुछ नहीं पता.

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Revanth Reddy Controversy: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष को लेकर तीखा हमला बोला है. हैदराबाद में 'जय हिंद यात्रा' से पहले एक सभा में उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में साहस, रणनीति और पारदर्शिता की कमी है. रेड्डी ने कहा कि भाजपा युद्ध को सिर्फ राजनीतिक हथियार बना रही है, जबकि देश अपने शहीद जवानों और मारे गए नागरिकों का शोक मना रहा है.

युद्ध के नतीजों पर सवाल

रेड्डी ने पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध के नतीजों पर मोदी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया. उन्होंने पूछा, "चार दिन के युद्ध के बाद क्या हुआ? किसने आत्मसमर्पण किया? हमें कुछ नहीं पता." उन्होंने दावा किया कि युद्ध खत्म होने का ऐलान भारत ने नहीं, बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया था. मुख्यमंत्री ने युद्ध विराम के फैसले पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक न बुलाने के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की. उन्होंने याद दिलाया कि युद्ध शुरू होने से पहले ऐसी बैठक बुलाई गई थी. रेड्डी ने कहा, "जब आपको हमारी जरूरत थी, तब आपने हमें बुलाया. हम सेना के साथ खड़े थे. लेकिन युद्ध खत्म करते समय आपने हमें शामिल नहीं किया."

उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा पर भाजपा की बयानबाजी पर भी सवाल उठाए. रेड्डी ने पूछा, "पाकिस्तान ने कितने राफेल जेट नष्ट किए? कोई इस बारे में क्यों नहीं बात कर रहा है?" उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बार-बार मांग के बावजूद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को वापस लाने में नाकाम रही है.

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'युद्ध सिर्फ भाषण देने के बारे में नहीं'

मोदी सरकार की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व से करते हुए रेड्डी ने कहा, "युद्ध सिर्फ भाषण देने के बारे में नहीं है. यह साहस, संकल्प और रणनीति के बारे में है." उन्होंने 1971 के युद्ध और बांग्लादेश के निर्माण का उदाहरण दिया, जहां इंदिरा गांधी ने अमेरिका के समर्थन के बावजूद पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था. उन्होंने कहा, "आज चीन ने हमारी 4,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है, हमारे जवान कर्नल सुरेश बाबू को मार डाला है और हमारे प्रधानमंत्री चुप हैं."

'राहुल PM होते तो PoK वापस ले आते'

रेवंत रेड्डी ने साफ कहा कि राहुल गांधी इस स्थिति को अलग तरीके से संभालते. उन्होंने कहा, "अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो वह पीओके को वापस ले आते. मोदी प्रतिबंधित 1,000 रुपये के नोट की तरह हैं. हमें राहुल गांधी जैसे नेताओं की जरूरत है. मोदी हमारे लिए कभी युद्ध नहीं जीत सकते. केवल प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी ही ऐसा कर सकते हैं." उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान सरकार को पूरा समर्थन दिया था.

'लोग आज भी इंदिरा गांधी को याद करते हैं'

रेवंत रेड्डी ने भाजपा की तिरंगा रैलियों पर भी निशाना साधते हुए पूछा कि क्या ये रैलियां सच में हमले के पीड़ितों और शहीद जवानों की याद में थीं. उन्होंने कहा, "यह आपकी पार्टी का निजी मामला नहीं है. यह देश और उसके लोगों के बारे में है." उन्होंने 'जय हिंद यात्रा' को सशस्त्र बलों के साथ एकजुटता दिखाने वाला बताया, जिनका मनोबल मोदी सरकार की कार्रवाइयों से गिरा है.

रेड्डी ने सवाल किया, "आप कांग्रेस की आलोचना क्यों कर रहे हैं? 1967, 1971 की जीत के लिए? या अब आपका समर्थन करने के लिए? इसीलिए भारत के कोने-कोने में लोग आज भी इंदिरा गांधी को याद करते हैं. 1967 में जब चीन युद्ध के लिए आया तो उन्होंने चीन को घुटनों पर लाकर उसे सबक सिखाया था. अब मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि आप क्या कर रहे हैं? आपने जो युद्ध घोषित किया था, उसमें पाकिस्तान ने हमारे देश के 33 लोगों को मार डाला. 
 

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