बाड़मेर: 10 साल बाद फिर एक दूजे के हुए पति-पत्नी, आटा-साटा ने तोड़ा था घर

दिनेश बोहरा

Rajasthan Atta satta marriage: राजस्थान की कुप्रथाओं में से एक आटा-साटा न केवल महिलाओं की जिंदगी तबाह कर रही है बल्कि इससे परिवार भी टूट रहे हैं. राजस्थान में आटा-साटा के चलते विवाहिताओं के सुसाइड के मामले भी बढ़ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला बाड़मेर में आया है जिसमें आटा-साटा विवाह के बाद लड़की […]

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बाड़मेर: 10 साल बाद फिर एक दूजे के हुए पति-पत्नी, आटा-साटा ने तोड़ा था घर
बाड़मेर: 10 साल बाद फिर एक दूजे के हुए पति-पत्नी, आटा-साटा ने तोड़ा था घर
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Rajasthan Atta satta marriage: राजस्थान की कुप्रथाओं में से एक आटा-साटा न केवल महिलाओं की जिंदगी तबाह कर रही है बल्कि इससे परिवार भी टूट रहे हैं. राजस्थान में आटा-साटा के चलते विवाहिताओं के सुसाइड के मामले भी बढ़ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला बाड़मेर में आया है जिसमें आटा-साटा विवाह के बाद लड़की के सुसाइड करने और परिवार के टूट जाने वाले दोनों उदाहरण हैं. इस मामले में 10 साल से एक दूसरे से दूर रह रहे पति-पत्नी कोर्ट में एक हो गए.

दरअसल बाड़मेर के चौहटन कस्बे के 30 वर्षीय जसराज की शादी वर्ष 2013 में हऊआ के साथ आटे -साटे में हुई थी. इस आटे-साटे में जसराज की बहन की शादी हऊआ के घर में हुई थी. शादी के एक साल बाद जसराज की बहन ने ससुराल में सुसाइड कर लिया था. जिसके बाद दोनों परिवारों में मुकदमेबाजी हो गई थी.

जसराज के जीजा यानी हऊआ के भाई को जेल भिजवा दिया गया. जिसके बाद उसने भी ससुराल आने से मना कर दिया था. इससे दोनों परिवार टूट गए. उस समय हऊआ गर्भवती थी. 2014 में हऊआ गोद भराई के लिए पीहर गई थी. वापस लौटने की बजाय उसने अपने पति जसराज के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस फाइल कर दिया. इधर वो लगातार भरण पोषण ले रही थी.

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ऐसे में 9 साल से ससुराल नहीं लौटने पर पति जसराज ने कोर्ट में तलाक का आवेदन दे दिया. कोर्ट ने डिक्री भी पारित कर दी थी. अब जब राष्ट्रीय लोक अदालत में समझाइश के बाद दोनों एक दूसरे के साथ रहने के लिए राजी हो गए. फिर 10 साल बाद एक दूसरे को माला पहनाकर नए सिरे से जिंदगी शुरू करने का वादा किया है.

यहां देखें इस खबर से जुड़ी रोचक तस्वीरें: 

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