करौली में दलित छात्रा की मौत पर बवाल! किरोड़ीलाल मीणा बोले- गैंगरेप के बाद हुई हत्या
Dalit Girl Student Murdered In Karauli: राजस्थान (Rajasthan) के करौली में दलित छात्रा का शव कुएं में मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. घटना को लेकर एक तरफ दलित समाज में रोष है तो दूसरी तरफ राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ राजकीय अस्पताल हिंडौन सिटी पहुंच गए हैं. वह […]
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Dalit Girl Student Murdered In Karauli: राजस्थान (Rajasthan) के करौली में दलित छात्रा का शव कुएं में मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. घटना को लेकर एक तरफ दलित समाज में रोष है तो दूसरी तरफ राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ राजकीय अस्पताल हिंडौन सिटी पहुंच गए हैं. वह छात्रा के परिजनों के साथ धरने पर डटे हुए हैं और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
किरोड़ी ने कहा, “गैंगरेप हुआ है इसलिए नाम बताना ठीक नहीं है. रात के 3 बजे बदमाशों ने छात्रा को उठाया और जंगल में गैंगरेप किया. मां तक को पता नहीं लगा. गैंगरेप के बाद छात्रा पर एसिड डालने से उसका पूरा शरीर झुलस गया. इसके बाद उसे कुएं में डाल दिया जिससे उसकी मौत हो गई. 30 घंटे निकल गए लेकिन अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है.”
गुढ़ाचंद्रजी, टोडाभीम में 19 साल की दलित बेटी पर एसिड फेंक कुएं में डालने से दर्दनाक मृत्यु की सूचना सिहरन पैदा करने वाली हैlमुझे इस बिटिया के साथ कुछ अनहोनी होने की भी आशंका है और पुलिस-प्रशासन इस पर पर्दा डालना चाहता है l प्रशासन द्वारा बेटी के शव को हिंडौन ले जाया गया है।
1/2 pic.twitter.com/tpFmX2Mmmb— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) July 13, 2023
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किरोड़ीलाल मीणा व परिजनों ने की ये मांग
डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि परिजनों के साथ मेरा धरना तब तक जारी रहेगा जब तक युवती के ऊपर एसिड फेंकने वाले और उसके साथ गैंगरेप करने वाले गिरफ्तार नहीं हो जाते. साथ में पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक परिजन को सरकारी नौकरी भी दी जाए.
पुलिस पर भी गंभीर आरोप
राज्यसभा सांसद ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जघन्य हत्या होने के बाद भी पुलिस ने मौके पर एफएसएल टीम नहीं बुलाई. बिना टीम के ही कुएं से शव बाहर निकलवा कर उप स्वास्थ्य केंद्र नादौती पहुंचाया. वहां पर महिला चिकित्सक नहीं होने पर शव को राजकीय अस्पताल हिंडौन सिटी लाया गया.
कई थानों की पुलिस अस्पताल में की गई तैनात
घटना के बाद दलित समाज में पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोष है. इसे देखते हुए कई थानों की पुलिस राजकीय अस्पताल हिंडौन सिटी में तैनात की गई है. वहीं आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग पर परिजन अड़े हुए हैं जिन्हें समझाने में पुलिस जुटी हुई है.
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