गहलोत के साथ रिश्तों पर बोले पायलट- ‘अब हमारे बीच मिठास ही मिठास’
Sachin pilot and Ashok gehlot: राजस्थान (Rajasthan news) में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है. चुनाव को लेकर भी काफी कम समय बचा है. ऐसे में बीजेपी (BJP) और कांग्रेस समेत प्रदेश में हर राजनैतिक दल पूरी जान फूंकता दिख रहा है. इस बीच कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम […]
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Sachin pilot and Ashok gehlot: राजस्थान (Rajasthan news) में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है. चुनाव को लेकर भी काफी कम समय बचा है. ऐसे में बीजेपी (BJP) और कांग्रेस समेत प्रदेश में हर राजनैतिक दल पूरी जान फूंकता दिख रहा है. इस बीच कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin pilot) के बीच चले आ रहे मतभेद को भी सुलझा लिया है. इस बात का इशारा आलाकमान ही नहीं, बल्कि पायलट भी करते दिख रहे हैं.
आजतक से बातचीत में पायलट ने खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत के साथ चले आ रहे मतभेद को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे बीच कोई खटास नहीं है. अब मिठास ही मिठास है. साथ ही कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़, चारों राज्यों में सरकार बनने जा रही है.
मानहानि मामले में राहुल गांधी को राहत मिलने पर पायलट ने कही ये बात
दरअसल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उस दौरान उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आज का जो आदेश है, वो ऐतिहासिक है. लोगों की आस्था कोर्ट में फिर से मजबूत हुई है. मानहानि के मामले में पहले कभी ऐसी सजा नहीं हुई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अब फैसला सुनाया है, इसके लिए माननीय न्यायालाय के फैसले का मैं स्वागत करता हूं.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हो या सोनिया गांधी, किसी ने भी पद के पीछे दौड़ नहीं लगाई है. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट कहा कि हम इकठ्ठे हो रहे हैं ताकि बीजेपी को हराया जाए. पद का मोह नहीं है. सदन में अब आक्रामक होकर बीजेपी को घेरेगा और संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी के लिए मुश्किल होगी.
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राजनीति से प्रेरित था यह मामला!
पायलट ने कहा कि साथ ही स्पीकर साहब ने जिस फुर्ती से उनकी सदस्यता समाप्त की थी और घर खाली करवाया था. अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें त्वरित फैसला लेना चाहिए. राहुल गांधी की सदस्यता बहाली के बाद 2024 लोकसभा चुनाव पर प्रभाव को लेकर कहा कि राहुल गांधी ने कभी नहीं कहा कि इसका प्रभाव आगामी चुनाव पर पड़ेगा. लेकिन जिस तरह से यह पूरा मामला हुआ, उसके बाद लोगों में धारणा थी कि यह राजनीति से प्रेरित हो सकता है.