महिला एएनएम बोलीं- ‘आपने मेरे सिर पर हाथ रखकर कसम खाई थी’, CM गहलोत ने दिया ये अजीब जवाब
Rajasthan CM Ashok Gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाड़मेर दौरे के दौरान एक महिला एएनएम ने उनसे सीधे तौर पर कह दिया कि आपने मेरे सिर पर हाथ रखकर कसम खाई थी. लेकिन आपने अपना वादा अभी तक पूरा नहीं किया. महिला एएनएम के जवाब में सीएम गहलोत ने कहा, “मैंने कोई कसम […]
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Rajasthan CM Ashok Gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाड़मेर दौरे के दौरान एक महिला एएनएम ने उनसे सीधे तौर पर कह दिया कि आपने मेरे सिर पर हाथ रखकर कसम खाई थी. लेकिन आपने अपना वादा अभी तक पूरा नहीं किया. महिला एएनएम के जवाब में सीएम गहलोत ने कहा, “मैंने कोई कसम नहीं खाई, कसम मैं कभी खाता भी नहीं हूं.”
दरसअल, बाड़मेर में सभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बाड़मेर के सर्किट हाउस पहुंचे थे जहां उन्होंने जिले की महिलाओं से संवाद किया. इस दौरान मंत्री हेमाराम चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी और विधायक मेवाराम जैन भी वहां मौजूद थे.
इस दौरान महिला एएनएम कमला चौधरी ने माइक हाथ में लेते ही सीएम अशोक गहलोत से 2013 की एएनएम और जीएनएम की भर्ती को पूरा करने की मांग रखी. सीएम गहलोत ने जवाब में कहा कि मैंने कब वादा किया तो एएनएम कमला ने कहा कि आप जब चौहटन विधायक के बेटे की शादी में आए थे और उसके बाद बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन में आए थे तब आपने मेरे सिर पर हाथ रखकर कसम भी खाई थी लेकिन अभी तक आपने अपना वादा पूरा नहीं किया. महिला एएनएम के जवाब में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने कसम नहीं खाई, मैं कभी कसम नहीं खाता.
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‘विधायक उठाते रहे हैं हमारी आवाज, आप भी सुन लो’
महिला एएनएम कमला चौधरी ने सीएम से कहा कि मंत्री हेमाराम चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी और विधायक मेवाराम जैन समय-समय पर हमारी आवाज उठाते रहे हैं. आप भी हमारी मांग पर विचार करके इस भर्ती को पूरा कर दीजिए. इस दौरान जब महिला ने सिर पर हाथ रखकर कसम खाने की बात कही तो एकबारगी तो सीएम अशोक गहलोत महिला एएनएम को टकटकी लगाए देखते रहे. कुछ देर बाद में सीएम ने महिला एएनएम को जवाब देते हुए कहा कि मैं कभी कसम नहीं खाता.
हरीश चौधरी ने नीचे बैठने का किया इशारा
यह सब देखते हुए बायतु विधायक हरीश चौधरी ने महिला एनएम को नीचे बैठने का इशारा भी किया. लेकिन महिला एएनएम कमला चौधरी लगातार अपनी बात रखते रही. लेकिन सीएम गहलोत ने उनकी मांग को अनसुना करते हुए अन्य महिलाओं को बोलने के लिए कह दिया.