सीएम गहलोत के फरमान का विरोध, प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स और पुलिस के बीच हुई हाथापाई
Bharatpur News: भरतपुर में कॉलेज छात्र-छात्राओं और पुलिस के बीच जमकर हाथापाई हुई. मुख्यमंत्री के आदेश से नाराज कॉलेज के छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे थे कि तभी यह पुलिस भी मौके पर आ पहुंची. दरअसल, कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष कार्यालय के उद्घाटन के लिए स्थानीय विधायक की अनुमति को अनिवार्य किए जाने के सीएम के […]
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Bharatpur News: भरतपुर में कॉलेज छात्र-छात्राओं और पुलिस के बीच जमकर हाथापाई हुई. मुख्यमंत्री के आदेश से नाराज कॉलेज के छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे थे कि तभी यह पुलिस भी मौके पर आ पहुंची. दरअसल, कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष कार्यालय के उद्घाटन के लिए स्थानीय विधायक की अनुमति को अनिवार्य किए जाने के सीएम के आदेश का छात्र विरोध कर रहे थे.
कॉलेज के स्टूडेंट्स ने जिला कलेक्टर कार्यालय के गेट पर प्रदर्शन किया. इस दौरान जब कॉलेज के स्टूडेंट्स जबरदस्ती कलेक्ट्रेट के अंदर घुसना चाह रहे थे तो पुलिस ने रोक दिया. जिसके बाद पुलिस और कॉलेज स्टूडेंट्स के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. यहां तक कि दोनों पक्षों के बीच हाथापाई तक हुई. मामला बढ़ने के बाद कॉलेज के 6 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में एक आदेश निकाला है कि कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए स्थानीय विधायक की अनुमति अनिवार्य होगी. छात्रों का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव और उसमें जीतकर जो आते हैं वह किसी सरकार की वजह से नहीं होते हैं. ना किसी विधायक और मंत्री की वजह से जीतकर आते हैं. इसलिए किसी विधायक की अनुमति अनिवार्य क्यों होनी चाहिए?
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जिले के ही महारानी श्री जाया कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष कार्यालय का उद्घाटन 5 फरवरी को होना है. जिसमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया आ रहे हैं. जिसे लेकर एबीवीपी अपनी तैयारी कर रहा है. वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे थे जिनमें कुछ छात्र उग्र हो गए. जिनको हिरासत में लिया गया है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक नितेश चौधरी का कहना है कि कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री का यह फरमान जारी गलत है.पदाधिकारी खुद चुनाव जीतकर आते हैं तो फिर कार्यालय उद्घाटन के लिए किसी विधायक विशेष की अनुमति की आवश्यकता क्यों होनी चाहिए?
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