Rajasthan Election: कौन हैं यह 25 साल का युवा, जो पहली बार चुनाव लड़कर बन गया विधायक
Rajasthan Election: रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) की उम्र मात्र 25 साल है. 16वीं विधानसभा में सबसे कम उम्र के विधायक में रविंद्र सिंह भाटी का नाम शामिल हो गया है. रविंद्र ने अपना पहला चुनाव लड़ा है.
ADVERTISEMENT

Rajasthan Election: इस बार राजस्थान में कुल 1875 कैंडिडेट मैदान में उतरे और 3 दिसंबर को आए नतीजों के बाद 199 कैंडिडेट ने जीत हासिल की. अब प्रदेश में हुए चुनाव का अलग-अलग तरीके से विश्लेषण किया जाने लगा है. कोई सबसे कम उम्र के विधायक (Ravindra Singh Bhati) के बारे में बात कर रहा है तो कोई सबसे बड़ी उम्र के विधायक के जीतने की चर्चा कर रहा है. आइए आज आपको हम उस विधायक के बारे बताते हैं जो 25 साल का है और पहली बार चुनाव लड़कर जीत हासिल कर ली. अब इस विधायक की खूब चर्चा हो रही है.
बीजेपी के बागी रविंद्र सिंह भाटी ने निर्दलीय शिव विधानसभा (Shiv Assembly Seat Result 2023) से जीतकर सबको चौंका दिया है. उनके प्रतिद्वंदियों में निर्दलीय फतेह खान दूसरे, कांग्रेस (Congress) के अमीन खान तीसरे जबकि बीजेपी (BJP) के स्वरूप सिंह खारा तीसरे नंबर पर रहे.
25 साल की उम्र में बने विधायक
चुनाव आयोग को दिए हल्फनामे के अनुसार रविंद्र सिंह भाटी की उम्र मात्र 25 साल है. 16वीं विधानसभा में सबसे कम उम्र के विधायक में रविंद्र सिंह भाटी का नाम शामिल हो गया है. रविंद्र ने अपना पहला चुनाव लड़ा है. इससे पहले वह जोधपुर की जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी में निर्दलीय चुनाव जीतकर छात्रसंघ अध्यक्ष बने थे.
यह भी पढ़ें...
पिछले 1 साल से कर रहे थे चुनाव लड़ने की तैयारी
रविंद्र सिंह भाटी बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा क्षेत्र में स्थित दुधोड़ा गांव के रहने वाले हैं. पिछले एक साल से भाटी इसी सीट से अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में जुट थे. गत वर्ष रन फॉर रेगिस्तान नाम का मैराथन निकालकर भाटी ने हजारों की संख्या में युवाओं को इकठ्ठा कर शक्ति प्रदर्शन किया था. भाटी मारवाड़ की सबसे बड़े जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं.
इस बार कितनी हुई वोटिंग
इस बार शिव विधानसभा में 83.28 प्रतिशत वोटिंग हुई. पिछले चुनाव में यहां 80.45 प्रतिशत वोट हुई थी. पिछली बार की तुलना में इस बार 2.83 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ है. शिव विधानसभा में इस बार युवाओं में वोटिंग के लेकर अधिक क्रेज देखा गया.