Rajasthan: हेमाराम-हरीश चौधरी ने कैलाश चौधरी की बढ़ाई टेंशन, रविंद्रसिंह भाटी भी बने BJP के लिए सिरदर्द
Rajasthan Politics: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी मिशन -25 की तैयारी में जुटी हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी और वर्तमान विधायक हरीश चौधरी ने बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर बीजेपी और कैलाश चौधरी की टेंशन बढ़ा दी है.
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Rajasthan Politics: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी मिशन -25 की तैयारी में जुटी हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी और वर्तमान विधायक हरीश चौधरी ने बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर बीजेपी और कैलाश चौधरी की टेंशन बढ़ा दी है. तो दूसरी तरफ रविंद्रसिंह भाटी ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
टिकट की घोषणा के बाद शुक्रवार को पहली बार जब कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल जयपुर से बाड़मेर पहुंचे तो जोधपुर से लगाकर बाड़मेर तक कांग्रेसी नेता एकजुट नजर आए. वरिष्ठ नेता हेमाराम चौधरी और हरीश चौधरी के नेतृत्व में पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, पूर्व जिलाध्यक्ष समेत तमाम कांग्रेसी नेता और हजारों कार्यकर्ता गाड़ियों के काफिले के साथ उम्मेदाराम बेनीवाल की अगुवाई करने पहुंचे. हजारों की भीड़ के साथ कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल के काफिले और कांग्रेस की एकजुटता को देखकर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि हेमाराम और हरीश चौधरी की रणनीति से बीजेपी और कैलाश चौधरी को टेंशन में ला दिया है. दिखाने को तो कांग्रेसी एक हो गए हैं या वाकई में चुनाव में भी साथ रहेंगे. ये आने वाला वक्त ही बताएगा.
बीजेपी ने दोबारा कैलाश चौधरी तो कांग्रेस ने उम्मेदाराम को उतारा
बीजेपी ने मोदी सरकार में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस ने पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी को पहले चुनाव लड़ने कर लिए मनाया. लेकिन, हेमाराम के नहीं मानने पर हरीश चौधरी और पूर्व मंत्री हेमाराम ने आरएलपी नेता उम्मेदाराम बेनीवाल को मनाकर कांग्रेस में ज्वॉइन करवा लिया. कांग्रेस ने अब उम्मेदाराम को बाड़मेर-जैसलमेर से प्रत्याशी घोषित किया है. पहली बार बाड़मेर आगमन पर कांग्रेसियों ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की है.
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