बीतें दो दिनों से लगातार जारी बारिश से नदी-नाले उफान पर, सवाई माधोपुर के जलमग्न इलाकों की ये तस्वीर चौंकाने वाली!
सवाई माधोपुर में भी स्थिति कुछ ऐसी ही है. बीते दो दिनों से जारी बारिश के दौर से नदी-नाले उफान पर हैं. साथ ही बांधों में भी पानी की आवक लगातार बनी हुई है. लेकिन 48 घंटे के बाद भी बारिश नहीं थमने से लोगों के लिए अब यह आफत बनती जा रही है.
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राजस्थान में भारी बारिश ने कई हिस्सों में तबाही मचा रखी है. तेज बरसात के चलते सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं और कई रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है. सवाई माधोपुर में भी स्थिति कुछ ऐसी ही है. बीते दो दिनों से जारी बारिश के दौर से नदी-नाले उफान पर हैं. साथ ही बांधों में भी पानी की आवक लगातार बनी हुई है. लेकिन 48 घंटे के बाद भी बारिश नहीं थमने से लोगों के लिए अब यह आफत बनती जा रही है. लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर है. जिसकी वजह से कई गांवों का जिला मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है और कई इलाके जलमग्न हैं. इसी को देखते हुए जिला कलेक्टर ने कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक के बच्चों के लिए अवकाश घोषित कर दिया है.
हालात इतने विकट है कि कई जगहों पर जल भराव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है. रणथंभौर सर्किल पर ही लगभग दो फीट पानी भरने से वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हो रही है.
रणथंभौर के झरनों ने रौद्र रूप धारण कर रखा है. जिसके चलते जिला प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए लोगों की आवाजाही रोक दी है. रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को भी वन विभाग ने बंद कर दिया है और जंगल के रास्तों पर भारी वेग से पानी आ रहा है. जिले में चंबल- बनास और गलवा नदी उफान पर है. जिससे करीब दो दर्जन से अधिक गांवों का जिला मुख्यालय से सड़क सम्पर्क कट गया है. शेरपुर की रपट पर पानी आने से एक दर्जन गांव और बनास नदी के रपट पर पानी आने से लगभग दो दर्जन से अधिक गांव का संपर्क कट गया है. वही, खंडार रोड पर कुशाली दर्रा तेज बहाव के साथ बह रहा है.
चंबल-बनास नदी के किनारे बसे गांवों में अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए भी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस चेतावनी के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है और आपदा प्रबंधन के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. चंबल ओर बनास में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने चंबल व बनास नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी है. कलेक्टर ने गिरदावर और पटवारी सहित अन्य अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश जारी किए हैं. भीषण बरसात के चलते अब तक दो लोगों की मौत भी हो चुकी है.