सीएम गहलोत के कार्यक्रम में सोते नजर आए खाचरियावास, वीडियो सामने आने के बाद यूजर्स ने यूं लिए मजे

राजस्थान तक

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Khachariawas seen sleeping in CM Gehlot’s program, people enjoyed

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अपने विरोधियों पर हमेशा बरसने वाले खाचरियावास आज इतने शांत कैसे हैं, जो हमेशा इतने एक्टिव रहते हैं, आज वो बुझे-बुझे क्यों हैं। जिनके चेहरे पर हमेशा एक मंद सी मुस्कान रहती हो, आज वो इतने उदास कैसे दिख रहे हैं। इधर गहलोत साहब जनता को सौगात दे रहे है, और उधर खाचरियावास जी अपनी नींद पूरी कर रहे हैं। क्या सच में ये कार्यक्रम इतना बोरिंग था कि खाचरियावास पूरे कार्यक्रम के दौरान नींद की झपकी ही लेते नजर आए। या फिर खाचरियावास भगवान का ध्यान कर रहे थे क्योंकि अपने आप को भगवान राम का वंशज बताने वाले खाचरियावास का मन वैसे भी आजकल आध्यात्म में नजर आ रहा है। कभी खाचरियावास हनुमान चालिसा का पाठ करते नजर आते हैं तो कभी मंदिर में पूजा अर्चना करते नजर आते हैं। कभी वो लोगों के साथ कल्श यात्रा में शामिल होते नजर आते हैं तो कभी खाटू के भजन सुनते नजर आते हैं। 

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खैर अब ये तो खाचरियावास ही जानते हैं कि वो सो रहे थे या भगवान की भक्ति में लीन थे। लेकिन अब लोग इसे लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि आज आखिर कांग्रेस के शेर को क्या हो गया। तो वहीं किसी ने कहा कि खाचरियावास शायद गहलोत की कार्यक्रम में बोर हो रहे थे। अब ये कहां और कब हुआ ये भी हम आपको बता देते हैं। दरअसल, सोमवार को सीएम गहलोत 

इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना के प्रथम चरण के शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद थे। इसी कार्यक्रम में प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी, ममता भूपेश भी मौजूद थे। इसी कार्यक्रम में खाचरियावास सोते हुए नजर आए, इधर लोग सीएम से सवाल-जबाव कर रहे थे और इस खाचरियवास सो रहे थे। इसके बाद वो अपनी आंखों को भी मलते हुए नजर आए। 

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आजकल खाचरियावास का भाषण हो या लोगों से बातचीत का जरिया, वो किसी साधु या तपस्वी से कम नजर नहीं आते। खाचरियावास के सियासी बोल में धर्म और आध्यात्म की झलक देख कर उनके करीबी भी हैरान है। कभी तपस्वी तो कभी मनस्वी वाला खाचरियावास का ये रूप चर्चा का विषय बना हुआ है। लगता है कि खाचरियावास के दिल में कोई दर्द ऐसा है जिसका मर्ज सियासी सुरमाओं के पास नहीं बल्कि भगवान के पास ही है, इसीलिए तो आजकल खाचरियावास भगवान की भक्ति में रमते नजर आ रहे हैं। खैर अब खाचरियावास का ये बदला-बदला रूप क्यों है, ये तो खुद खाचरियावास ही जानते है, फिलहाल आपका प्रताप सिंह खाचरियावास को लेकर क्या कुछ कहना है, कॉमेंट बॉक्स में हमें अपनी राय बता सकते हैं।

How is Khachariawas, who always lashed out at his opponents, so calm today, who is always so active, why is he extinguished today. The one who always had a faint smile on his face, how is he looking so sad today. Here Mr. Gehlot is giving gifts to the public, and on the other side Mr. Khachariawas is completing his sleep. Was this program really so boring that Khachariawas was seen taking a nap during the whole program. Or else Khachariawas was meditating on God because the mind of Khachariawas, who calls himself a descendant of Lord Ram, is visible in spirituality nowadays. Sometimes Khachariawas is seen reciting Hanuman Chalisa and sometimes he is seen offering prayers in the temple. Sometimes he is seen participating in the Kalash Yatra with people and sometimes he is seen listening to Khatu’s hymns.

Well, now only Khachariawas knows whether he was sleeping or engrossed in devotion to God. But now people are giving their reactions about it. People are asking what has happened to the lion of Congress today. So there someone said that Khachariyawas was probably getting bored in Gehlot’s program. Now we will tell you where and when this happened. Actually, on Monday CM Gehlot

Indira Gandhi was present at the launch of the first phase of the Gas Cylinder Subsidy Scheme. Pratap Singh Khachariawas, Mahesh Joshi, Mamta Bhupesh were also present in this programme. Khachariyawas was seen sleeping in this program, here people were questioning and answering the CM and this Khachariyawas was sleeping. After this he was also seen rubbing his eyes.

Nowadays, whether it is the speech of Khachariawas or the medium of conversation with the people, he is seen no less than a monk or an ascetic. Even his close friends are surprised to see the glimpse of religion and spirituality in the political speech of Khachariawas. Sometimes ascetic and sometimes manasvi, this form of Khachariavas has become a topic of discussion. It seems that there is some pain in the heart of Khachariawas whose problem is not with the political heroes but with God only, that is why nowadays Khachariawas is seen enjoying devotion to God. Well, now Khachariyawas itself knows why this changed form of Khachariyawas, what do you have to say about Pratap Singh Khachariyawas, you can tell us your opinion in the comment box.

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