एक बार फिर से राजस्थान के शेखावटी की राजनीति में हलचल है. इस बार इसकी वजह और कोई नहीं बल्कि, लाल डायरी वाले राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) [https://www.rajasthantak.com/politics/story/udaipurwati-seat-result-2023-rajendra-gudha-shivsena-lost-seat-883886-2023-12-03]हैं. वह झुंझुनूं में होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारी में जुट गए हैं. लेकिन इस बार वो एक बार फिर से पाला बदलने जा रहे हैं. वह शिवसेना (AIMIM) के टिकट पर उपचुनाव नहीं लड़के, किसी और पार्टी का दामन थाम सकते हैं. > राजेंद्र गुढ़ा को पता है कि अगर चुनाव जीतना है तो जातियों को तो साधना पड़ेगा. लिहाजा गुढ़ा सोमवार को बकरीद के मौके पर ईदगाह जा पहुंचे जहां उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों को ईद की बधाई दी. इस दौरान उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की भी तारीफ कर डाली. > > > > > > > > AIMIM के टिकट पर लड़ सकते हैं उपचुनाव झुंझुनूं में रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि वह शिवसेना से चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि "असदुद्दीन ओवैसी मेरे मित्र हैं और हम आपस में मिलते हैं. मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं." राजेंद्र गुढ़ा के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में चर्चा है कि वो असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के टिकट पर झुंझुनूं से उपचुनाव लड़ सकते हैं. शिवसेना के टिकट पर लड़ा था विधानसभा चुनाव राजेंद्र गुढ़ा ने पिछले साल विधानसभा में लाल डायरी दिखाकर गहलोत सरकार के पसीने छुड़ा दिए थे. इसके बाद उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था. फिर राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना का दामन थाम लिया था और उसके टिकट पर ही चुनाव लड़े थे. हालांकि वह विधानसभा चुनाव हार गए थे. अब उनके बयान से लग रहा है कि शिवसेना से उनका मोहभंग हो गया है. यह भी पढें: सोनिया गांधी का भाई बनकर जयपुर कौन आया? राजेंद्र गुढ़ा ने फिर खोले लाल डायरी के पन्ने [https://www.rajasthantak.com/rajasthan-assembly-elections-2023/story/who-came-to-jaipur-as-sonia-gandhis-brother-rajendra-gudha-again-opened-the-pages-of-lal-diary-883696-2023-11-23]