'जातिगत जनगणना है जरूरी, लेटरल एंट्री से पैदा होगी अशांति', चिराग पासवान ने लेटेस्ट इंटरव्यू में कही बड़ी बातें 

अभिषेक

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केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान
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Chirag Paswan Interview: चिराग पासवान केंद्र की मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. वह खाद्य प्रसंस्कृत और उद्योग मंत्री का कार्यभार संभाले हुए है. लोकसभा चुनाव में 100 फीसदी स्ट्राइक रेट ने उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया. इससे पहले तक वे अपने ही चाचा से जूझ रहे थे. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें अपना गठबंधन पार्टनर बनाया. चिराग पासवान इस भरोसे पर खरे उतरें और उनकी पार्टी अपने कोटे की पांचों सीटों पर जीत दर्ज की. इस जीत ने चिराग पासवान के कॉन्फिडेंस को ऐसा बूस्ट किया कि, अब वो अपना कार्यक्षेत्र बिहार से बढ़ाने में लगे हुए. इसके साथ ही वो हाल के दिनों में मोदी सरकार के कई फैसलों के विरोध में खड़े हुए भी दिखाई दिए हैं. 

इंडिया टुडे के मुंबई कॉन्क्लेव में चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के विस्तार, जाति जनगणना, लेटरल इंट्री और 2025 में होने वाले बिहार के विधानसभा चुनाव पर विस्तार से चर्चा की है. आइए आपको बताते हैं क्या-क्या कहा उन्होंने?

'शून्य से की थी शुरुआत, बिहार से बाहर विस्तार के लिए है तैयार'

चिराग पासवान ने बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) बिहार से बाहर विस्तार के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'मेरे पिता की प्राथमिकता अलग थी. उन्होंने छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया और यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है लेकिन आज यह एक अलग परिदृश्य है. मैं खुद को बिहार तक सीमित नहीं रखना चाहता. 

उन्होंने झारखंड में आगामी चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि, उनकी पार्टी के कार्यकर्ता पहले से ही काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि नागालैंड में उनकी पार्टी के पहले से ही दो विधायक हैं. अपनी सियासी यात्रा पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने व्यावहारिक रूप से अपनी पार्टी दो-तीन साल पहले शून्य से शुरू की थी जब मुझसे सब कुछ छीन लिया गया था. उन्होंने लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी की सफलता पर कार्यकर्ताओं का आभार जताया. 

'प्रभावी शासन व्यवस्था के लिए जाति जनगणना है जरूरी' 

केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राज्य और देश में प्रभावी शासन व्यवस्था के लिए जाति जनगणना का मजबूती से समर्थन किया. उन्होंने कहा, जाति जनगणना होनी चाहिए क्योंकि आज भी कई सरकारी नीतियां हैं जिन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए इस डेटा की आवश्यकता है. बीजेपी से मतभेद की अफवाहों पर उन्होंने कहा, 'मेरे राज्य बिहार में जाति जनगणना पहले ही हो चुकी है और NDA जिसमें बीजेपी भी शामिल है, बिहार में जाति जनगणना के पक्ष में थी.'

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'लेटरल एंट्री से आरक्षित वर्ग में पैदा होगी अशांति'

नौकरशाही में लेटरल एंट्री के विवादास्पद मुद्दे पर चिराग पासवान ने कहा, 'हमें इस पर कड़ी आपत्ति थी. मैंने इसका कड़ा विरोध किया.' उन्होंने इस कदम को वापस लेने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले पर भी संतोष व्यक्त किया. उन्होंने आगे कहा कि, 'लेटरल एंट्री से अनुसूचित जाति वर्ग और आरक्षण श्रेणी में आने वाले अन्य लोगों के बीच बहुत अशांति पैदा हो रही थी. इसे न लागू करने का फैसला करना सरकार का अच्छा कदम है. 

'नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा बिहार विधानसभा चुनाव'

2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि, हमारी पार्टी का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन है और 2025 के बिहार चुनावों के NDA के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि, 'मैं अपने पिता का बेटा हूं और अगर आप मेरी राय जानना चाहते हैं तो 2025 में बिहार में NDA सरकार बनाएगी. मुख्यमंत्री पद का चेहरा होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने अटकलों को खारिज करते हुए कहा, 'चुनाव वर्तमान मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.'

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