BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज से आग बबूला तेजस्वी, कहा- लाठी डंडे की सरकार है
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठी चार्ज को बड़ा बयान दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि ये लाठी डंडे की सरकार है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को किसी बात की चिंता नहीं है.
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नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठी चार्ज को बड़ा बयान दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि ये लाठी डंडे की सरकार है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को किसी बात की चिंता नहीं है उनसे बिहार संभाल नहीं रहा है.
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पटना से कोलकाता के लिए रवाना हुए. पटना एयरपोर्ट पर बीपीएससी अभ्यर्थियों के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर उन्होंने कहा की लाठी-डंडे की सरकार है. अफसरशाही चरम पर है. मुख्यमंत्री व्यस्त हैं. उन्हें नहीं मालूम कि बिहार में क्या हो रहा है. छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
मुख्यमंत्री जी नौजवान परेशान है- तेजस्वी
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी स्पष्ट कीजिए कि जो नौजवान परेशान है. सर्वर डाउन होने के कारण लाखों अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर पाए हैं. दोषी छात्र-छात्राएं नहीं है. उनको मौका देना चाहिए.
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तेजस्वी ने आगे कहा कि हम जनता की आवाज उठा रहे हैं अगर हम जनता की आवाज नहीं उठाएंगे तो कौन उठायेगा यह लोग क्यों नहीं जनता की आवाज को सुन रहे हैं इनको जाकर बोलना चाहिए पहले बताना चाहिए था आज लाठी मारने के बाद बता रहे हैं.
क्या है मामला
आपको बता दें कि शुक्रवार को पटना में BPSC दफ्तर के सामने हजारों की संख्या में अभ्यर्थी इकट्ठा हो गए थे. जहां छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस की इस कार्रवाई में कई छात्रों को चोट लगी. इसके बाद बवाल मच गया. छात्र नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे थे.
BPSC ने जारी किया स्पष्टीकरण
हालांकि शाम में BPSC ने एक लेटर जारी कर कहा कि नॉर्मलाइजेशन जब लागू हुआ ही नहीं तो विरोध ही गलत है. विज्ञापन में सभी चीजों की जानकारी दी गई थी। परीक्षा की तैयारी छोड़कर बेवजह प्रदर्शन करना गलत है. जब एक शिफ्ट और एक ही दिन परीक्षा ली जा रही है तो भ्रमित कर प्रदर्शन करना और कराना गलत है.
13 दिसंबर को है प्रारंभिक परीक्षा
आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग 2035 पदों के लिए यह परीक्षा आयोजित कर रही है. इसकी प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को है, जिसके लिए पूरे बिहार के कुल 36 जिलों में 925 परीक्षा केंद्रों बनाये गये. वहीं पटना जिले में 60 से अधिक परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं. प्रारंभिक परीक्षा एक ही पाली में होगी. परीक्षा का समय दोपहर 12 से 2 बजे तक निर्धारित की गई है. आपको बता दें कि इस परीक्षा में लगभग 4 लाख 80 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे.