Bihar: लेखक-सिंगर नीलोत्पल मृणाल का ये छठ सॉन्ग 'परदेसी' बन गए UP-बिहार वालों को क्यों कर रहा बेचैन?

News Tak Desk

इस गीत को लॉन्च  करने के साथ लेखक-सिंगर नीलोत्पल मृणाल कहते हैं- 'छठी माई ने इस बार गीत नहीं बल्कि हर उस आदमी के लिए नेवता लिखवाया है जो आज अपने घर, अपने गांव से,अपनी जड़ों से, अपनों से दूर हैं.'

ADVERTISEMENT

NewsTak
तस्वीर: अनीता प्रभा शर्मा के इंस्टा से.
social share
google news

अभी तक आपने छठ मइया के अनेकों गीत सुने होंगे. इस बार एक नया गीत लॉन्च हुआ है जो अपने घर से दूर दो जून की रोटी के लिए रह रहे 'परदेसियों' को बेचैन कर रहा है. उन्हें गांव की गलियां, गंगा मइया का घाट, दौरी-डाली, सूप और अपनों से जुड़ी यादें बेचैन कर रही हैं.

'कौने रे करनवा.. छूटल घरवा दुआर...गांवे बाटे गंगा जी के लहर..सरधा से परब मनाइब कइसे?' बोल सुन घर से दूर रह रहे यूपी-बिहार वालों के दिल में हूक सी उठ रही है. मन बेचैन हो रहा है. गांव-घर, अंगना-दालान सब नजर आ रहा है.  'छठी माई के पूजब घाटे पर...डूबकी लगावते जाइब तर..' सॉन्ग में ये भी बताया गया है कि गांव-घर से दूर छठ तो मन जाएगा पर वो बात कहां होगी जो गांव में होगी.

इस गीत को लॉन्च  करने के साथ लेखक-सिंगर नीलोत्पल मृणाल कहते हैं- 'छठी माई ने इस बार गीत नहीं बल्कि हर उस आदमी के लिए नेवता लिखवाया है जो आज अपने घर, अपने गांव से,अपनी जड़ों से, अपनों से दूर हैं.'

यह भी पढ़ें...

इस गाने को नीलोत्पल मृणाल ने लिखा और गाया है. वीडियो में नीलोत्पल और उनकी पत्नी अनीता प्रभा शर्मा मुख्य भूमिका में हैं. ध्यान देने वाली बात है कि अनीता प्रभा शर्मा फिलहाल मध्य प्रदेश पुलिस में एसीपी हैं.

यहां देखें वो छठ गीत

 

    follow on google news
    follow on whatsapp