Neet Success Story: पिता बनाते हैं सीट कवर...मां करती हैं सिलाई...चटनी-रोटी खाकर पूरा परिवार करता था गुजारा, अब बेटी ने किया बड़ा कारनामा!
Neet Success Story: प्रयागराज की श्वेता पाल ने समाज कल्याण विभाग से मुफ्त कोचिंग लेकर नीट की परीक्षा पास की है. अब श्वेता डाॅक्टर बनेंगी. इससे उनके परिवार में खुशी का माहौल है.
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Neet Success Story: उत्तर प्रदेश की श्वेता पाल ने ये साबित कर दिया है कि गरीबी कभी भी सफलता की राह में दीवार नहीं बन सकती. NEET 2025 की परीक्षा पास करने वाली श्वेता अब MBBS की पढ़ाई करेंगी. उनका डॉक्टर बनने का सपना अब साकार होने जा रहा है.
श्वेता पाल यूपी के श्वेता पाल प्रयागराज के झलवा क्षेत्र के पीपल गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता हीरालाल पाल सीट कवर बनाने का काम करते हैं. वहीं, उनकी मां सिलाई कर परिवार चलाती हैं. इतने सीमित संसाधनों के बीच भी श्वेता ने डॉक्टर बनने का सपना देखा था.
पिता की मेहनत, बेटी का जुनून
श्वेता के पिता हीरालाल बताते हैं कि परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. कभी-कभी चटनी और रोटी से ही घर चलता था. वह अपनी बेटी की सफलता से बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं. हीरालाल मानते हैं कि बेटी ने उनके संघर्ष को सार्थक कर दिया है.
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मुफ्त कोचिंग बनी संजीवनी
आपको बता दें कि श्वेता ने समाज कल्याण विभाग और एक्स नवोदय फाउंडेशन की ओर से चलाई जा रही नि:शुल्क NEET कोचिंग में दाखिला लिया था. यहीं से उन्हें सही मार्गदर्शन और पढ़ाई का माहौल मिला. उन्होंने पूरी मेहनत से पढ़ाई की और नीट जैसे कठिन एग्जाम में सफलता पाई.
शिक्षकों और माता-पिता को दिया श्रेय
श्वेता कहती हैं कि यह सफलता उनके टीचर्स और माता-पिता की प्रेरणा और सहयोग से ही संभव हुई है. वह सभी से कहती हैं कि अपना लक्ष्य तय करें और उस पर पूरी मेहनत से लग जाएं.
सफलता से पूरे गांव में खुशी का माहौल
श्वेता के पिता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान का जिक्र करते हैं. वह कहते हैं कि उनकी बेटी ने इस अभियान को जमीन पर साकार कर दिखाया है. श्वेता की सफलता से पूरा गांव और परिवार गर्व महसूस कर रहा है.
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