अजमेर में होमगार्ड के बेटे आशीष ने रचा इतिहास, NEET में देशभर में पाई 50वीं रैंक, सरकारी स्कूल से की है पढ़ाई
NEET Success Story: राजस्थान के छोटे कस्बे से निकलकर एक सरकारी स्कूल छात्र ने नीट में देशभर में 50वीं रैंक हासिल की. मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना की मदद से यह सपना हकीकत बना.
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NEET Success Story: राजस्थान के रहने वाले आशीष ने ये साबित कर दिया कि जब इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो सीमित संसाधन भी बड़ी सफलता की राह नहीं रोक सकती. अजमेर जिले के छोटे से कस्बे नसीराबाद से ताल्लुक रखने वाले आशीष ने उनीट परीक्षा पास की है. उनकी पढ़ाई राज्य के सरकारी स्कूल से हुई है.
आपको बता दें कि आशीष के पिता श्री भीम सिंह एक होमगार्ड के पद कार्यरत हैं. उनकी आय ही पूरे परिवार की जरूरतों का एकमात्र सहारा है. आर्थिक तंगी के बावजूद आशीष के दादा ने उसके भीतर पढ़ाई का जुनून जगाया. अब आशीष ने देशभर में 50वीं रैंक लाकर अपने कस्बे और परिवार का नाम रौशन किया है.
सरकारी योजना बनी संजीवनी
राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के अंतर्गत आशीष को कोटा के प्रसिद्ध संस्थान मोशन एजुकेशन में दो वर्षों तक नि:शुल्क NEET कोचिंग का अवसर मिला. यह मौका उसके करियर का टर्निंग पॉइंट बन गया. इसी मार्गदर्शन के सहारे वह NEET में अपनी श्रेणी में ऑल इंडिया 50वीं रैंक हासिल करने में सफल हुआ.
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परिवार में पहले डॉक्टर
अपने संघर्षों को याद करते हुए आशीष ने कहा, “मेरे पिताजी ने बहुत मेहनत की, और दादाजी ने कभी हार मानने नहीं दी. मैं अपने परिवार का पहला डॉक्टर बनूंगा और यह मेरे लिए गर्व की बात है.”
संस्थान का जताया आभार
आशीष ने मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना और मोशन एजुकेशन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आज हम जैसे गरीब छात्र भी बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं.” आज आशीष की सफलता नसीराबाद कस्बे और जिले के हजारों विद्यार्थियों को प्रेरित कर रही है. उसकी कहानी यह संदेश देती है कि अगर समर्पण और अवसर साथ हों, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं.