पाकिस्तानी आतंकियों को मारने के लिए सेना ने चुनी ये खास स्वदेशी बंदूक । ASMI
भारतीय सेना के उत्तरी कमांड ने स्वदेशी मशीन पिस्टल और सब-मशीन कार्बाइन ASMI Gun के लिए 4.26 करोड़ रुपए का ऑर्डर दिया है. यह ऑर्डर लोकेशन मशींस लिमिटेड को दिया गया है. नजदीकी जंग यानी क्लोज कॉम्बैट में छोटे, घातक और हल्के हथियारों का इस्तेमाल होता है. ऐसे में ASMI काफी फायदेमंद होगी.
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भारतीय सेना के उत्तरी कमांड ने स्वदेशी मशीन पिस्टल और सब-मशीन कार्बाइन ASMI Gun के लिए 4.26 करोड़ रुपए का ऑर्डर दिया है. यह ऑर्डर लोकेशन मशींस लिमिटेड को दिया गया है. नजदीकी जंग यानी क्लोज कॉम्बैट में छोटे, घातक और हल्के हथियारों का इस्तेमाल होता है. ऐसे में ASMI काफी फायदेमंद होगी.
भारतीय सेना के उत्तरी कमांड ने स्वदेशी मशीन पिस्टल और सब-मशीन कार्बाइन ASMI Gun के लिए 4.26 करोड़ रुपए का ऑर्डर दिया है. यह ऑर्डर लोकेश मशींस लिमिटेड को दिया गया है. नजदीकी जंग यानी क्लोज कॉम्बैट में छोटे, घातक और हल्के हथियारों का इस्तेमाल होता है. ऐसे में ASMI काफी फायदेमंद होगी. डीआरडीओ के आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टैबलिशमेंट और आर्मी इन्फैंट्री स्कूल, महू द्वारा मिलकर बनाई गई मशीन पिस्टल अस्मि के बारे में. अस्मि एक संस्कृत शब्द है, जिसका मतलब है गर्व, आत्मसम्मान और कड़ी मेहनत. इसे बनाने में 4 महीने लगे थे.
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