सिंधिया को टिकट देकर बीजेपी ने कर दिया बड़ा खेला, अब कहां से चुनाव लड़ेंगे केपी यादव?
बीजेपी ने मौजूदा 6 सांसदों के टिकट काट दिए हैं. केपी यादव को भाजपा ने साइडलाइन करते हुए सिंधिया को ही अपना उम्मीदवार बना दिया है.
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Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. भाजपा की पहली लिस्ट में मध्य प्रदेश की 24 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. भाजपा प्रत्याशियों ने नाम ने सभी को चौंका दिया है, वहीं कई मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए गए हैं. गुना सांसद केपी यादव (KP Yadav) का टिकट काट दिया गया है, उनकी जगह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindhia) को गुना से उम्मीदवार बनाया गया है. दिग्विजय सिंह ने केपी यादव के प्रति संवेदनाएं जताई हैं. अब केपी यादव को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं.
बीजेपी ने मौजूदा 6 सांसदों के टिकट काट दिए हैं. सागर से राज बहादुर सिंह, विदिशा से रमाकांत भार्गव, भोपाल से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, गुना से केपी यादव, रतलाम से जीएस डामोर, ग्वालियर से विवेक शेजवलकर का टिकट काटा गया है. सबसे ज्यादा चर्चा गुना सांसद केपी यादव की है, आइए जानते हैं क्यों?
सिंधिया को हराया, अब हुए साइडलाइन?
गुना सांसद केपी यादव का टिकट काटकर, उनकी जगह ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. केपी यादव उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को शिकस्त दी थी. अब सिंधिया को हराने वाले केपी यादव को भाजपा ने साइडलाइन करते हुए, सिंधिया को ही अपना उम्मीदवार बना दिया है.
क्या करेंगे केपी यादव?
केपी यादव को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि भाजपा बची हुई 5 लोकसभा सीटों में से किसी एक पर केपी यादव को उम्मीदवार बना सकती है. हालांकि केपी यादव कह चुके हैं कि ये संगठन ही तय करेगा, किसे टिकिट देना है. अब देखना होगा कि केपी यादव आगे क्या कदम उठाते हैं या फिर ने उनके लिए कुछ पहले से ही सोच रखा है.
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जब केपी यादव ने सिंधिया को हराया
ज्योतिरादित्य सिंधिया और केपी यादव के बीच अनबन की खबरें सामने आती रहती हैं. केपी यादव गुना-शिवपुरी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रतिनिधि हुआ करते थे. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वे बीजेपी में शामिल हो गए थे. बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ केपी यादव को गुना सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. केपी यादव ने जब सिंधिया की पारंपरिक से सीट से उन्हें हराया तो हर कोई हैरान रह गया था.
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