45 डकैतों को मारने वाले इस सुपर कॉप से कांपते थे चंबल के डकैत, लेकिन अब खुद ही हो गए ठगी का शिकार
केडी सोनकिया उर्फ केशवदास सोनकिया ऐसा नाम है जिसे सुनते ही एक वक्त चंबल के डकैत कांप जाया करते थे, जिसकी धमक से ही डकैत अपना रास्ता बदल लिया करते थे और जिसके आगे बड़े-बड़े बदमाश टिक नहीं पाते थे. लेकिन वहीं सुपर कॉप रहे केडी सोनकिया अब खुद ही ठगी का शिकार हो गए.
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Gwalior crime news: केडी सोनकिया उर्फ केशवदास सोनकिया ऐसा नाम है जिसे सुनते ही एक वक्त चंबल के डकैत कांप जाया करते थे, जिसकी धमक से ही डकैत अपना रास्ता बदल लिया करते थे और जिसके आगे बड़े-बड़े बदमाश टिक नहीं पाते थे. लेकिन वहीं सुपर कॉप रहे केडी सोनकिया अब खुद ही ठगी का शिकार हो गए. बात थोड़ी हैरान कर देने वाली है. जिसने भी यह बात सुनी वह भी दंग रह गया कि आखिर यह कैसे संभव है. जिंदगी भर जिस सुपर कॉप का बदमाशों से पाला पड़ा, वह कैसे खुद ही बदमाशों के चंगुल में फंस गया.
दरअसल इस ठगी की पूरी कहानी साल 2017 में सितंबर के महीने से शुरू हुई थी. पुलिस विभाग से रिटायर्ड केडी सोनकिया इन दिनों ग्वालियर में थाटीपुर थाना इलाके के गुलाबचंद की बगीची में रहते हैं. सितंबर 2017 में केडी सोनकिया की मुलाकात भिंड जिले के अमायन इलाके में रहने वाले राजकुमार शर्मा से हुई थी.
राजकुमार शर्मा भिंड का निवासी है, लेकिन वह वर्तमान में अहमदाबाद में निवास करता है. राजकुमार शर्मा ने केडी सोनकिया को बताया कि उनका एक सहयोगी जिसका नाम धर्मेंद्र भाई कांति भाई पटेल है, वह अहमदाबाद में 200 फ्लैट बनाने के एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, अगर मुनाफा कमाना है तो इस प्रोजेक्ट में पैसा इन्वेस्ट कर दें जिससे मोटा मुनाफा होगा.
राजकुमार शर्मा ने केडी सोनकिया से 50 लाख रुपए इन्वेस्ट करने के लिए कहा, लेकिन केडी सोनकिया ने राजकुमार शर्मा को बताया कि इतनी बड़ी रकम फिलहाल उनके पास उपलब्ध नहीं है. जब राजकुमार शर्मा ने केडी सोनकिया को बार-बार इन्वेस्ट करने के लिए कहा तो केडी सोनकिया ने ₹500000 राजकुमार शर्मा को दे दिए. यह रकम चेक के माध्यम से दी गई थी, लिहाजा धर्मेंद्र भाई कांति भाई पटेल की तरफ से एक एग्रीमेंट भी केडी सोनकिया को दिया गया.
समय बीतता गया और केडी सोनकिया प्रॉफिट का इंतजार करते रहे, लेकिन जब कुछ समय पहले केडी सोनकिया ने अपने 5 लाख रुपए और उस पर मिले प्रॉफिट को वापस मांगा तो राजकुमार शर्मा समेत उसका सहयोगी पैसे देने में आनाकानी करने लगा. केडी सोनकिया ने जब ज्यादा दबाव बनाया तो ₹100000 की रकम वापस कर दी गई, लेकिन चार लाख रुपये फिर भी बाकी रह गए. इसके बाद केडी सोनकिया द्वारा बार-बार ₹400000 की रकम वापस मांगी गई, लेकिन उन्हें रकम वापस नहीं मिली. प्रॉफिट कमाने के चक्कर में केडी सोनकिया अपनी मूल रकम भी गवां बैठे थे, इस बात का अहसास उन्हें जल्द ही हो गया.
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आखिरकार सुपर कॉप को दर्ज करानी पड़ी एफआईआर
इसके बाद 13 जनवरी को केडी सोनकिया थाटीपुर थाने पहुंचे और उन्होंने पुलिस को इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत की. थाटीपुर थाना पुलिस ने सोनकिया किया की शिकायत पर से राजकुमार शर्मा और धर्मेंद्र भाई कांति भाई पटेल के खिलाफ धारा 420 406 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है. दो बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित हो चुके केडी सोनकिया बदमाशों तो के हर दांव पेंच से भली-भांति वाकिफ हैं. चंबल के डकैतों के लिए तो सोनकिया उनके काल से कम नहीं रहे. अपने जीवन काल में 45 से अधिक डकैतों को मार गिराने वाले केडी सोनकिया की नजरों से बदमाश का बचाना लगभग नामुमकिन है, लेकिन इसके बावजूद इतने तेज तर्रार सुपर कॉप रहे केडी सोनकिया प्रॉफिट के फेर में पड़कर खुद ही ठगी का शिकार हो गए.
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