धीरेंद्र शास्त्री पहुंचे कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा, क्या कमलनाथ भी अपना रहे हिंदुत्व की राह?
mp news: बागेश्वर धाम के महंत पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा पहुंचे. हवाई पट्टी पर उनका स्वागत करने खुद कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ आए. उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री का स्वागत उनका पैर छूकर किया. इसके बाद कमलनाथ के तमाम समर्थकों ने धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में नारे लगाए और […]
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mp news: बागेश्वर धाम के महंत पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा पहुंचे. हवाई पट्टी पर उनका स्वागत करने खुद कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ आए. उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री का स्वागत उनका पैर छूकर किया. इसके बाद कमलनाथ के तमाम समर्थकों ने धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में नारे लगाए और उनको रोड शो कराते हुए कथा स्थल पर लेकर पहुंचे.
कथा स्थल पर खुद कमलनाथ ने धीरेंद्र शास्त्री की आरती उतारी और उनको कथा स्थल पर लेकर गए. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तीन दिनों तक चलने वाली राम कथा के लिए छिंदवाड़ा पहुंचे हैं. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के स्वागत में पूरा छिंदवाड़ा शहर उनके पोस्टरों से पटा पड़ा है, जिसमे कमलनाथ और नकुलनाथ के फोटो के साथ कमलनाथ द्वारा बनवायी गयी 108 फ़ीट ऊँची हनुमान जी की मूर्ति का पोस्टर भी है.
07 अगस्त तक धीरेंद्र शास्त्री की कथा सिमरिया हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित होगी और रविवार को यहां धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगेगा. यह पहली बार है जब कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने धीरेंद्र शास्त्री की कथा का अयोजन करवाया है. इसलिए सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या कमलनाथ भी बीजेपी की तर्ज पर हिंदुत्व की राह पर चल रहे हैं.
हिंदू राष्ट्र की मांग वाले धीरेंद्र शास्त्री और कमलनाथ एक साथ क्यों आए
हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले धीरेंद्र शास्त्री और कमलनाथ के एक साथ आने के बाद कई तरह के सवाल मध्यप्रदेश की राजनीति में खड़े हो रहे हैं. कमलनाथ को कांग्रेस ने अपना सीएम फेस घोषित कर रखा है और कांग्रेस ने किसी भी मंच पर धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू राष्ट्र की मांग का समर्थन नहीं किया है. लेकिन धीरेंद्र शास्त्री के लिए छिंदवाड़ा में कमलनाथ राम कथा का आयोजन करवा रहे हैं.
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इससे कांग्रेस और कमलनाथ दोनों पर ही दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं. इस मामले में कांग्रेस के अंदर ही कई मतभेद भी हैं. जब एमपी तक ने इसे लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत से सवाल किया तो वे भी इस मामले में बोलने से बचती नजर आई थीं. जाहिर है कि कांग्रेस के अंदर भी धीरेंद्र शास्त्री और कमलनाथ की इस कैमेस्ट्री को समझने की कोशिश की जा रही है.
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