2 जुलाई को मध्यप्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट, जानिए किन जिलों में रहेगी सबसे ज्यादा मार
मध्यप्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है और मौसम विभाग ने 2 जुलाई के लिए कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. वज्रपात और तेज हवाओं का खतरा भी बना हुआ है. जानिए किन जिलों में रहेगी सबसे ज्यादा सावधानी की जरूरत और अगले कुछ दिनों का मौसम का हाल.
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मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और गरज-चमक का दौर देखा गया. मौसम विभाग ने 2 जुलाई को 10 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश, वज्रपात और तूफानी हवाओं की चेतावनी जारी की है. कुछ जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना भी जताई गई है.
बीते 24 घंटे 24 घंटों में मध्यप्रदेश के कई जिलों में मौसम बदली. भोपाल और उज्जैन जैसे शहरों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. वहीं, विदिशा, राजगढ़, मंदसौर और नीमच में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक देखने को मिली. दिनभर बादल छाए रहने से तापमान में भी कमी आई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली.
2 जुलाई को इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, 2 जुलाई को मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है.
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बहुत भारी बारिश: विदिशा, राजगढ़, मंदसौर, नीमच, रतलाम, कटनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट.
अत्यधिक भारी बारिश: भिंड, मुरैना, निवाड़ी
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भारी बारिश और वज्रपात: भोपाल, रायसेन, सीहोर, बैतूल, इंदौर, उज्जैन, देवास, धार, ग्वालियर, शिवपुरी, शहडोल, सागर, दमोह और बालाघाट में 30-40 किमी/घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं.
अगले कुछ दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए भी अलर्ट जारी किया है:
- 3 जुलाई: उज्जैन, ग्वालियर, सागर और रीवा में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना.
- 4-6 जुलाई: बालाघाट, मंडला, शहडोल, कटनी और दमोह में बहुत भारी बारिश हो सकती है.
प्रदेश में मानसून की सक्रियता अगले 5-7 दिनों तक बनी रहेगी, खासकर पूर्वी और उत्तरी मध्यप्रदेश में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है.
मानसून की वजह और अपडेट
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र ने मध्यप्रदेश में मानसून को और सक्रिय कर दिया है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी, जबकि कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. यह मौसमी सिस्टम पूरे प्रदेश में बारिश का दायरा बढ़ा सकता है.