नरोत्तम मिश्रा का अरविंद केजरीवाल पर तंज, ‘इनके नाम से अब ईमानदारी भी शर्मिंदा हो रही है’
mp politics: मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी की एंट्री पर नरोत्तम बोले कि ‘जब रोम जल रहा था, तब नीरो बांसुरी बजा रहा था’. कुछ ऐसी ही स्थिति अरविंद केजरीवाल की है. केजरीवाल राजनीति में आए थे भ्रष्टाचार के खिलाफ […]
ADVERTISEMENT

mp politics: मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी की एंट्री पर नरोत्तम बोले कि ‘जब रोम जल रहा था, तब नीरो बांसुरी बजा रहा था’. कुछ ऐसी ही स्थिति अरविंद केजरीवाल की है. केजरीवाल राजनीति में आए थे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की बोलकर लेकिन आज उनके उप मुख्यमंत्री से लेकर आधा दर्जन मंत्री तक भ्रष्टाचार के मामलों में जेल में हैं. अरविंद केजरीवाल बहुत बड़े वाले पलटूराम हैं. वे दिल्ली की सत्ता में आए तो बोले की बड़े बंगले नहीं लेंगे और कोविड काल में जब दिल्ली की जनता दवाईयों के लिए परेशान थी तो इनके बंगले में 8-8 लाख के पर्दे लगाए जा रहे थे.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नाम से तो अब ईमानदारी भी शर्मिंदा हो जाती है. जिन सुविधाओं को त्यागने की ये बाते किया करते थे, उन्हीं सुविधाओं को इन्होंने दोबारा से अपना लिया. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी के लिए कोई जगह नहीं है और न ही ये आगामी विधानसभा चुनाव में कोई असर डाल पाएंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी कटाक्ष करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी को भ्रष्टाचार के खिलाफ बातें करना शोभा नहीं देता है, क्योंकि उनका तो पूरा परिवार ही भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में जमानत पर चल रहा है.
यह भी पढ़ें...
कमलनाथ और उनके बेटे पर की नरोत्तम ने टिप्पणी
एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ दोनों ही चांदी की चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए हैं. दोनों को ही मालूम नहीं होगा कि चने का पेड़ होता है या पौधा लगता है. खेती-किसानी से दोनों का दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है लेकिन ये लोग आजकल किसानों के हक की बातें करते हैं. अपनी सरकार के दौरान 10 दिन में किसानों के 2-2 लाख रुपए के कर्ज माफ करने के वादे किए और राहुल गांधी से भी झूठ बुलवा दिया. लेकिन किसी भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ.
ये भी पढ़ें- MP के मंत्रियों को जयवर्धन सिंह ने बताया ज्योतिरादित्य सिंधिया का गुलाम, बोले- ‘स्वयं में विवेक नहीं है’