पहले थाने से हटाया, फिर सस्पेंड और अब हुई FIR, कटनी जीआरपी TI अरुणा वाहने को लेकर जमकर बवाल
Katni GRP Case: कटनी के जीआरपी थाने में दलित महिला की पिटाई के मामले में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सैकड़ों कांग्रेसियों के साथ धरने पर बैठ गए और आरोपी महिला टीआई अरुणा वाहने पर एफआईआर की मांग करने लगे.
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Katni GRP Case: कटनी के जीआरपी थाने में दलित महिला की पिटाई के मामले में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सैकड़ों कांग्रेसियों के साथ धरने पर बैठ गए और आरोपी महिला टीआई अरुणा वाहने पर एफआईआर की मांग करने लगे.
Katni GRP Case: कटनी के जीआरपी थाने में दलित महिला की पिटाई के मामले में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सैकड़ों कांग्रेसियों के साथ धरने पर बैठ गए और आरोपी महिला टीआई अरुणा वाहने पर एफआईआर की मांग करने लगे. जब पुलिस ने आरोपी महिला टीआई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया, उसके बाद ही कांग्रेसियों ने धरना खत्म किया.
गुरुवार को देर शाम कांग्रेसियों ने जमकर बवाल किया. रंगनाथ नगर थाना में पीड़ित महिला कुसुम वंशकार की शिकायत पर जीआरपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने के खिलाफ रोजनामचा में प्राथमिकी दर्ज की गई. एडिशनल एसपी संतोष डेहरिया और कांग्रेस नेताओं की चर्चा के बाद मामला खत्म किया गया.
बता दें कि एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी इससे पहले पीड़ित महिला से मिलने पहुंचे थे. जहां उन्हें सारी जानकारी देते हुए पीड़ित महिला रोने लगी. जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया एक्स पर जीआरपी टीआई के द्वारा एक महिला के साथ मारपीट का वीडियो शेयर किया था, जिसके बाद कांग्रेस ने मोहन यादव सरकार को जमकर घेरा था. गुरुवार को ही जीतू पटवारी सहित कई बड़े कांग्रेस नेता कटनी पहुंचे और पीड़ित महिला कुसुम वंशकार के घर जाकर उससे मुलाकात की थी. इसके बाद कांग्रेस नेता रंगनाथ नगर थाना पहुंचे थे.
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पहले थाने से हटाया, फिर सस्पेंड किया, अब FIR
थाना में दलित महिला की FIR नहीं करने पर जीतू पटवारी और कांग्रेस बिफर गई. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. महिला की फिर न करने पर एसपी से टेलिफोनिक चर्चा के दौरान जीतू पटवारी ने एसपी अभिजीत रंजन को जमकर खरी खोटी सुनाई. मामला यहीं नहीं रुका, बल्कि उनको बायसड भी कह डाला.
हालांकि इसके बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही थी. रंगनाथ थाने के अंदर पीड़ित महिला और उसके पोते सहित जीतू पटवारी, कांग्रेस नेता मुकेश नायक, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया एफआईआर करने पर अड़े हुए थे. वहीं थाना के बाहर सैकड़ो कांग्रेसी धरने पर बैठे रहे. इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता पुलिस प्रशासन और बीजेपी के खिलाफ की जमकर नारेबाजी करते रहे हैं.
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थाने के बाहर FIR के लिए जमकर हुआ हंगामा
एफआईआर दर्ज करवाने जीतू पटवारी, पीड़ित महिला और उसका पोता दीपराज थाने पर 4 घंटे मौजूद रहे. आरोपी जीआरपी टीआई के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करते रहे. थाने में भारी तादाद में पुलिस बल भी तैनात किया गया, क्योंकि माहौल एकदम गरम हो गया था. जीतू पटवारी और कांग्रेसी तभी धरने से उठे, जब महिला टीआई पर एफआईआर हो गई.
रात करीब 10बजे के बाद एएसपी संतोष डहरिया रंगनाथ नगर थाना पहुंचे और कांग्रेस नेताओ से चर्चा की. समझाइश के बाद भी जीतू पटवारी बिना एफआईआर के किसी भी हाल में उठने को तैयार नहीं हुए. अंत में कुसुम वंशकार की शिकायत को रोजनामचा में दर्ज करते हुए एफआईआर दर्ज की गई. दर्ज मामले को अग्रिम करवाई के लिए जीआरपी थाना भेजा जाएगा.
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