मणिपुर CM एन बीरेन सिंह के काफिले पर कुकी समुदाय का हमला, 2 सुरक्षकर्मी घायल
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा को लेकर कहा कि "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद निंदनीय है. यह सीधे मुख्यमंत्री पर हमला है, यानी सीधे राज्य के लोगों पर हमला है. इसलिए, राज्य सरकार को कुछ करना होगा
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Manipur News: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के काफिले पर सोमवार को कांगपोकपी जिले में कुकी उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसमें दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, काफिला पर जब हमला हुआ वह तब इम्फाल से जिरीबाम जिले की ओर जा रहा था.
बता दें कि मुख्यमंत्री जिरीबाम जाने की योजना बना रहे थे, जो 6 जून को अज्ञात बदमाशों द्वारा एक व्यक्ति की हत्या के बाद पिछले कुछ दिनों से अशांति की चपेट में है. बीरेन सिंह मंगलवार को क्षेत्र का दौरा करने की योजना बना रहे थे. जिरीबाम में व्यक्ति की हत्या के कारण कुछ सरकारी कार्यालयों सहित लगभग 70 घरों में अराजक तत्व द्वारा आग लगा दी गई और सैकड़ों नागरिक क्षेत्र से भाग गए.
मैतेई समुदाय के 59 वर्षीय किसान व्यक्ति की हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि सोइबम शरतकुमार सिंह अपने खेत से लौटते समय लापता हो गया था और उसके शरीर पर किसी धारदार वस्तु से वार के निशान थे.
इस घटना ने पिछले साल से मणिपुर में चल रहे जातीय तनाव में योगदान दिया. अधिकारियों ने कहा कि लगभग 239 मैतेई लोगों, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे, को शुक्रवार (7 जून) को जिरीबाम के परिधीय क्षेत्रों से निकाला गया और जिले के एक बहु-खेल परिसर में एक नए स्थापित राहत शिविर में ले जाया गया.
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स्थानीय लोगों ने भी चुनाव के दौरान जब्त की गई अपनी लाइसेंसी शस्त्रों की वापसी की मांग करते हुए जिरीबाम पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
मेइती, मुस्लिम, नागा, कुकी और गैर-मणिपुरियों का घर जिरीबाम पहले जातीय संघर्ष से अप्रभावित रहा था. इंफाल घाटी स्थित मैतेईस और पहाड़ी स्थित कुकियों के बीच संघर्ष में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए.
क्या बोले एनबीरेन सिंह?
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा को लेकर कहा कि "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद निंदनीय है. यह सीधे मुख्यमंत्री पर हमला है, यानी सीधे राज्य के लोगों पर हमला है. इसलिए, राज्य सरकार को कुछ करना होगा. इसलिए, मैं करूंगा. मैं अपने सभी सहयोगियों से बात करुंगा और फिर हम निर्णय लेंगे..."
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