'मैंने नहीं किया...', अहमदाबाद प्लेन क्रैश की AAIB रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे, हादसे का कारण आया सामने!
Ahmedabad Plane Crash AAIB Report: अहमदाबाद में 12 जून को एअर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान हादसे को लेकर भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है.
ADVERTISEMENT

न्यूज़ हाइलाइट्स

टेकऑफ के बाद दोनों इंजनों का फ्यूल कटऑफ.

कॉकपिट बातचीत: पायलट का सवाल, "फ्यूल क्यों बंद किया?" जवाब, "मैंने नहीं किया."

शुरुआती जांच में तकनीकी खराबी का संकेत, EAFR डेटा मिला, कारण की जांच जारी.

पक्षी टकराने का सबूत नहीं, एक इंजन थोड़े समय चला.

इंजन बंद होने के बाद विमान की रैम एयर टर्बाइन (RAT) तुरंत खुल गई.
Ahmedabad Plane Crash AAIB Report: अहमदाबाद में 12 जून को एअर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान हादसे को लेकर भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट ने कई सनसनीखेज खुलासे किए गए हैं. भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की 15 पेज की रिपोर्ट में बताया गया है कि विमान के टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही दोनों इंजन अचानक बंद हो गए थे, जिसकी वजह से विमान की रफ्तार कम हुई और यह अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया. हादसे में 260 लोगों की जान चली गई, जिसमें 241 यात्री और क्रू मेंबर, साथ ही 19 अन्य लोग शामिल थे.
हादसे का कारण: दोनों इंजन अचानक बंद
रिपोर्ट में बताया गया कि विमान के उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दोनों इंजन एक-एक करके बंद हो गए. ईंधन कटऑफ स्विच एक सेकंड के अंतराल में 'RUN' (चालू) से 'CUTOFF' (बंद) स्थिति में चले गए, जिससे इंजनों को ईंधन की आपूर्ति रुक गई.
कॉकपिट में पायलट के बीच आखिरी बातचीत क्या हुई ?
कॉकपिट की ऑडियो रिकॉर्डिंग में एक पायलट को दूसरे से पूछते सुना गया, "आपने इंजन क्यों बंद किया?" जवाब में दूसरा पायलट बोला, "मैंने नहीं किया." पायलटों ने इंजन को दोबारा चालू करने की कोशिश की, जिसमें इंजन 1 कुछ हद तक शुरू हुआ, लेकिन इंजन 2 क्रैश से पहले चालू नहीं हो सका. विमान केवल 32 सेकंड तक हवा में रहा.
यह भी पढ़ें...
मेडे कॉल और आखिरी सिग्नल
विमान ने 12 जून को दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद के रनवे 23 से लंदन के लिए उड़ान भरी थी. टेकऑफ के तुरंत बाद पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को मेडे कॉल (आपातकालीन संदेश) भेजा, लेकिन इसके बाद कोई जवाब नहीं मिला. विमान का आखिरी सिग्नल 190 मीटर (625 फीट) की ऊंचाई पर रिकॉर्ड हुआ, जो हादसे से ठीक पहले का था.
RAT तुरंत खुल गई
रिपोर्ट के अनुसार, इंजन बंद होने के बाद विमान की रैम एयर टर्बाइन (RAT) तुरंत खुल गई. RAT एक छोटी प्रॉपेलर जैसी डिवाइस है, जो हवा की गति से घूमकर बिजली और हाइड्रॉलिक पावर पैदा करती है. यह तब काम करती है जब विमान की मुख्य पावर या हाइड्रॉलिक सिस्टम फेल हो जाए. RAT ने विमान के नेविगेशन और कंट्रोल सिस्टम को थोड़ा बहुत चालू रखने में मदद की, लेकिन हादसे को टालने के लिए यह पर्याप्त नहीं था.
फ्यूल में गड़बड़ी?
जांच में पाया गया कि विमान के ईंधन में कोई खराबी नहीं थी. फ्यूल टेस्टिंग के नतीजे सामान्य आए. हालांकि, थ्रस्ट लीवर पूरी तरह टूट चुके थे. ब्लैक बॉक्स के डेटा से पता चला कि टेकऑफ के समय थ्रस्ट चालू था, लेकिन यह डिस्कनेक्ट हो गया. थ्रस्ट लीवर इंजन की ताकत को नियंत्रित करता है, और इसके टूटने से विमान की शक्ति प्रभावित हुई. फ्लैप सेटिंग (5 डिग्री) और गियर (नीचे) उड़ान के लिए सामान्य थे, और बर्ड हिटिंग जैसी कोई समस्या नहीं थी.
मौसम और पायलट की स्थिति
हादसे के वक्त मौसम पूरी तरह साफ था. विजिबिलिटी अच्छी थी, और कोई तूफान या अन्य प्रतिकूल स्थिति नहीं थी. दोनों पायलट मेडिकली फिट थे. पायलट इन कमांड के पास 15,000 घंटे और को-पायलट के पास 3,400 घंटे का उड़ान अनुभव था. इससे साफ है कि पायलटों की सेहत या अनुभव में कोई कमी नहीं थी.
आगे की जांच
AAIB ने साफ किया कि यह प्रारंभिक जांच है, और मामले की गहराई से पड़ताल जारी है. फ्यूल स्विच के अचानक बंद होने और हादसे के अन्य संभावित कारणों की जांच की जा रही है. आने वाले समय में और विस्तृत जानकारी सामने आ सकती है.