कौन है विंग कमांडर व्योमिका सिंह, जिन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में बताया "ऑपरेशन सिंदूर" की इनसाइड स्टोरी

न्यूज तक

Who is Vyomika Singh: विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक प्रेरणादायक महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय सेना के पराक्रम की पूरी इनसाइड स्टोरी साझा की. वह भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने वाली अपने परिवार की पहली सदस्य हैं.

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विंग कमांडर व्योमिक सिंह
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Who is Vyomika Singh: पहलगाम में हुए हमले(Pahalgam Terror Attack) का भारत ने करारा जवाब दे दिया है. भारत ने सिर्फ 15 दिन में ऐसा बदला ले लिया है जिसे पाकिस्तान के इतिहास में लिखा जा चुका है. भारतीय सेना की तीनों टुकड़ियों ने मिलकर मंगलवार देर रात(6 मई को देर रात) 1 बजकर 5 मिनट से 1 बजकर 30 मिनट में पाकिस्तान और पीओके में तहलका मचा दिया है. भारत सरकार ने इस पूरे कार्रवाई को "ऑपरेश सिंदूर" का नाम दिया है. आज 10:30 बजे मीडिया को इस पूरे घटनाक्रम की विधिवत जानकारी दी गई.

बुधवार को भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के संबंध में आयोजित आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीन प्रमुख व्यक्तियों ने हिस्सा लिया और विस्तृत जानकारी साझा की. इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ दो महिला सैन्य अधिकारी उपस्थित थीं. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया. दोनों अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना किस प्रकार पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकवाद को समाप्त करने में जुटी है, और इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी. इसके बाद ही सोशल मीडिया पर इन दोनों महिला अधिकारी की चर्चा होने लगी.

कौन है विंग कमांडर व्योमिक सिंह?

विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भारतीय वायुसेना में शामिल होने की यात्रा एक बचपन के सपने से शुरू हुई। स्कूल के दिनों से ही उन्हें उड़ान भरने का जुनून था. अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन्होंने नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) जॉइन किया और बाद में इंजीनियरिंग पूरी की. वह अपने परिवार की पहली सदस्य बनीं, जिन्होंने सशस्त्र बलों में कदम रखा. 18 दिसंबर, 2019 को उन्हें भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में स्थायी कमीशन प्राप्त हुआ.

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विंग कमांडर सिंह ने 2,500 से अधिक उड़ान घंटे पूरे किए हैं. उन्होंने चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर जैसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में उड़ाया है. उन्होंने कई बचाव अभियानों में अहम भूमिका निभाई. नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश में एक प्रमुख बचाव अभियान का नेतृत्व किया, जो उच्च ऊंचाई, कठिन मौसम और दूरस्थ स्थानों में हुआ, जहां हवाई सहायता जान बचाने के लिए महत्वपूर्ण थी.

अपने ऑपरेशनल रोल के अलावा, विंग कमांडर सिंह ने उच्च-धीरज मिशनों में भी हिस्सा लिया. 2021 में, उन्होंने 21,650 फीट ऊंचे माउंट मणिरंग पर त्रि-सेवा (थल, जल, वायु) की ऑल-विमेन पर्वतारोहण अभियान में भाग लिया. इस प्रयास को वायुसेना प्रमुख सहित वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने सराहा। उनके ऐसे मिशनों में योगदान, भारत की रक्षा सेवाओं में महिलाओं की नेतृत्व और फील्ड भूमिकाओं में बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है.

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