Election result 2024: वोटिंग से पहले EC पोस्टल बैलट पर क्या बोला? कांग्रेस ने की थी ये मांग
ECI on Ballot Paper: इंडिया ब्लॉक के प्रतिनिधिमंडल ने ECI के सामने 5 बड़ी मांगें रखीं. इंडिया अलायंस का कहना था कि EVM के नतीजे घोषित किए जाने से पहले पोस्टल बैलट के नतीजे घोषित किए जाएं. विपक्ष की इस मांग को चुनाव आयोग द्वारा स्वीकार कर लिया गया है.
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Election Commission on Ballot Paper: रविवार को इंडिया गठबंधन ने चुनाव आयोग से मीटिंग की. इंडिया ब्लॉक के प्रतिनिधिमंडल ने ECI के सामने 5 बड़ी मांगें रखीं. इंडिया अलायंस का कहना था कि EVM के नतीजे घोषित किए जाने से पहले पोस्टल बैलट के नतीजे घोषित किए जाएं. विपक्ष की इस मांग को चुनाव आयोग द्वारा स्वीकार कर लिया गया है. आयोग ने कहा कि नियम के अनुसार पोस्ट बैलेट की गिनती पहली शुरू होगी. बीते दिन अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था. आइए जानते हैं इंडिया ब्लॉक ने चुनाव आयोग से क्या मांग की थी और ECI ने क्या कहा है.
विपक्ष ने की थी 5 बड़ी मांगें
- पोस्टल बैलट के रिजल्ट EVM के रिजल्ट से पहले जारी किए जाएं.
- चुनाव आयोग वोट की गिनती की प्रक्रिया के स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करे और उसे लागू करना सुनिश्चित करे.
- EVM का कंट्रोल यूनिट सीसीटीवी की निगरानी में रहे और कंट्रोल यूनिट का वेरिफिकेशन हो.
- EVM की कंट्रोल यूनिट में मतदान प्रक्रिया की शुरुआत और समापन के समय और तारीख का मिलान किया जाए.
- EVM सील करते वक्त जो पर्ची और टैग लगाया जाता है उसे वेरिफिकेशन के लिए सभी मतगणना एजेंट को दिखाया जाना चाहिए.
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
वोटों की गिनती से पहले सोमवार को चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि जो रूल कहता है कि "सबसे पहले बैलेट पत्रों की गिनती शुरू होगी. देश के सभी मतदान केंद्रों पर ऐसा होता है. इसमें कोई संदेह नहीं है.इसके आधे घंटे बाद ही हम ईवीएम की गिनती शुरू करेंगे. राजीव कुमार ने कहा 2019 के चुनाव में भी इसी प्रक्रिया से वोटों की गिनती हुई थी. 2019 के बाद से जितनी भी चुनाव हुए हैं सबमें ऐसे ही मतगणना हुई है. बीते दिन अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था.
कांग्रेस की ओर से आई प्रतिक्रिया
कांग्रेस प्रवक्ता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मुझे उस प्रतिनिधिमंडल की ओर से बात करने पर खुशी और गर्व है जो कल भारत के चुनाव आयोग में गया था. सबसे ज्यादा खुशी की बात यह है कि लोकतंत्र का एक बहुत ही बड़ा मुद्दा- पहले बैलेट पेपर की गिनती, पर ECI द्वारा वोटों की गिनती से एक या दो दिन पहले सहमति व्यक्त की गई है और कल इसे लागू किया जाएगा.
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क्यों हो रहा था विवाद?
साल 2019 तक सबसे पहले बैलेट पेपर से ही वोटों की गिनती होती थी. उसके बाद ईवीएम की बारी आती थी यानी की ईवीएम में पड़े वोटों की गिनती की जाती थी. बैलेट पेपर की संख्या में बढ़ोतरी के बाद चुनाव पैनल ने 2019 के चुनावों के बाद अपने फैसले में बदलाव किया है और अब पोस्टल बैलेट के साथ-साथ ईवीएम की गिनती भी शुरू की जा सकती है.
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