पंजाब में हलचल तेज, CM भगवंत सभी विधायक-सांसदों के साथ दिल्ली तलब, केजरीवाल लेंगे चार्ज?
Punjab Politics: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पार्टी के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के साथ बैठक तय की है. यह बैठक सुबह 11 बजे कपूरथला हाउस में होगी.
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Punjab Politics: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पार्टी के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के साथ बैठक तय की है. यह बैठक सुबह 11 बजे कपूरथला हाउस में होगी. बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है जब पंजाब AAP में आंतरिक असंतोष की खबरें सामने आ रही हैं. कांग्रेस और बीजेपी ने दावा किया है कि केजरीवाल, भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद से हटाने की योजना बना रहे हैं.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजों पर चर्चा करना और पंजाब के नेताओं से उनके अनुभव साझा करवाना है. दिल्ली चुनावों में पंजाब AAP के कई नेता पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे और अब उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए आगे की रणनीति बनाई जाएगी. भगवंत मान और उनकी पूरी कैबिनेट के अलावा, पार्टी के 200 से अधिक नेता चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली में सक्रिय थे. इस बैठक में दिल्ली के चुनाव परिणामों का विश्लेषण किया जाएगा और साथ ही 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों की रणनीति पर भी विचार होगा.
पंजाब में बढ़ता असंतोष
AAP इस बैठक को एक रेगुलर संगठन की बैठक बता रही है, लेकिन यह अटकलें तेज हो गई हैं कि पार्टी में भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल के बीच मतभेद गहरे हो रहे हैं. पंजाब सरकार की प्रशासनिक नीतियों और चुनावी वादों को पूरा करने में देरी को लेकर भी पार्टी के भीतर असंतोष की चर्चा है. विपक्ष ने इस बैठक पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि पंजाब की सरकार दिल्ली से चलाई जा रही है. कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि AAP के 30 से अधिक विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं. वहीं, कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भविष्यवाणी की कि यदि AAP में बगावत होती है तो राज्य में मध्यावधि चुनाव की संभावना बन सकती है.
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AAP का पलटवार और बचाव
AAP नेताओं ने विपक्षी दावों को सिरे से खारिज कर दिया है. पार्टी प्रवक्ता मालविंदर सिंह कांग ने प्रताप सिंह बाजवा पर तंज कसते हुए कहा कि वे "मुंगेरीलाल के सपने" देख रहे हैं. वहीं, वरिष्ठ प्रवक्ता नील गर्ग ने बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार स्थिरता के साथ कार्य कर रही है और विपक्ष केवल भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है.
कैबिनेट बैठक स्थगित होने पर विवाद
दिल्ली में बैठक से पहले पंजाब सरकार ने अपनी कैबिनेट बैठक स्थगित कर दी, जो कि लगभग पांच महीने बाद होने वाली थी. यह बैठक बजट सत्र की तारीखों को तय करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही थी. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि पंजाब भी अब AAP से छुटकारा चाहता है, क्योंकि यह सरकार राज्य में माफियाओं पर नियंत्रण करने में विफल रही है.
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में हार के बाद भगवंत मान और पंजाब के नेताओं से चर्चा के लिए स्वयं पंजाब जाना चाहिए था. उनके दिल्ली बुलाने के फैसले ने कांग्रेस के उस दावे को बल दिया है कि पंजाब सरकार असल में दिल्ली से चलाई जा रही है. इससे पंजाब AAP में आंतरिक असंतोष बढ़ सकता है, जिससे पार्टी के भीतर अस्थिरता देखने को मिल सकती है.
कांग्रेस के पंजाब प्रभारी देवेंद्र यादव ने इस स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायक अब दिल्ली से नियंत्रित होने को लेकर बेचैन हैं. दिल्ली में हार के बाद, पंजाब AAP में अशांति बढ़ रही है. यह सवाल अब और प्रबल हो गया है कि पंजाब की बागडोर भगवंत मान के हाथ में है या फिर अरविंद केजरीवाल के? यदि इस असमंजस की स्थिति जारी रही, तो AAP में बिखराव तय है.