जयपुर में चिकन और मीट की दुकानें बंद कराने निकले बाबा बालमुकुंद कौन हैं?

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acharya bal mukund bjp mla hawamahal jaipur rajasthan
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Who is Balmukund Acharya in Rajasthan: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत हुए एक दिन भी नहीं हुआ. न ही मंत्री तय हुए न ही मुख्यमंत्री. लेकिन बीजेपी विधायकों का रुतबा पहले ही दिन से दिखना शुरू हो गया है. हम बात कर रहे हैं जयपुर की हवामहल सीट से बीजेपी के टिकट पर जीते बाबा बालमुकुंद आचार्य की. बालमुकुंद आचार्य जयपुर के बालाजी हाथोज धाम के महंत हैं. वह अक्सर अपने कारनामों की वजह से खबरों में बने रहते हैं. अब उनका एक वीडियो वायरल है जिसमें वह नगर निगम विजिलेंस कमिश्नर को फोन कर जयपुर की सड़कों पर मीट की दुकानों को हटाने की बात कर रहे हैं. विधायक बाबा ने अधिकारी से कहा कि मैं शाम तक आप से रिपोर्ट लूंगा.

बाबा बालमुकुंद आचार्य जयपुर के चर्चित बाबाओं में से एक हैं. वह राजस्थान के हाथोज इलाके के ही रहने वाले हैं. आचार्य बालमुकंद महाराज अखिल भारतीय संत समाज राजस्थान के प्रमुख भी हैं. चुनाव आयोग में दाखिल एफिडेविट के मुताबिक बाबा के पास चार गाड़ियां हैं जिनमें स्कॉर्पियो, टोयोटा इनोवा, फॉक्सवैगन वर्टस और एक टाटा टियागो शामिल हैं. बाबा के पास 10,73,500 रुपए के आभूषण हैं. इसके अलावा बाबा के पास करीब 77 लाख रुपए की संपत्ति है. बाबा ने अपने शपथ पत्र में उनकी आय का प्रमुख श्रोत पूजा-पाठ बताया है.

बाबा बालमुकुंद ने राजधानी जयपुर की हवामहल सीट से कांग्रेस के रेवती रमन तिवारी को महज 974 वोटों से हराया है.

हिंदू मंदिरों के लिए चलाता रहा है अभियान

बाबा बालमुकुंद आचार्य राजस्थान में हिंदू मंदिरों के लिए अभियान चलाते रहे हैं. जयपुर का परकोटा क्षेत्र का मुस्लिम बाहुल्य इलाका अतिक्रमण को हटाने के लिए खबरों में रहा था. इस दौरान बाबा ने दावा किया कि इस इलाके में सैंकड़ों मंदिर बने हुए थे, जिन्हें साजिश के तहत तोड़ कर नष्ट कर दिया गया. तब बाबा बालमुकुंद ने कहा था कि उनके पास हर मंदिर के अस्तित्व के सुबूत हैं, और वह हर मंदिर को चिन्हित कर उन मंदिरों को फिर से अस्तित्व में लायेंगे.

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जयपुर के हवामहल क्षेत्र में हिंदुओं के पलायन के मुद्दे को भी बाबा ने जोर-शोर से उठाया था और इसे धार्मिक रंग देने की कोशिश की थी. परकोटे क्षेत्र के कई मकानों पर हिंदुओं के पलायन के पोस्टर लगे थे. इस मामले में बाबा ने गहलोत सरकार को हिंदुओं के पलायन को लेकर घेरा था.

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