क्या MP में मोहन यादव को CM बनाने का फायदा बीजेपी को यूपी-बिहार के ‘यादव वोट’ में मिलेगा?

देवराज गौर

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मध्य प्रदेश में मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने से क्या यूपी और बिहार पर बीजेपी की नजर
मध्य प्रदेश में मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने से क्या यूपी और बिहार पर बीजेपी की नजर
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NewsTak: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंका दिया है. ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी ने एमपी में शिवराज सिंह चौहान पर मोहन यादव को तरजीह देकर पड़ोसी राज्यों के वोटरों को भी साधने की कोशिश की है. मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं और वर्तमान में वह महाकाल की नगरी उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं.

क्या मोहन यादव को सीएम बनाने से उत्तर प्रदेश और बिहार के यादव वोटों में बीजेपी की सेंधमारी बढ़ेगी? क्या यह कदम 2024 के लोकसभा चुनावों में यूपी-बिहार में BJP को फायदा दिलाएगा?

यादवों के वोट-बैंक में सेंध लगाने की योजना में बीजेपी?

ऐसा माना जाता है कि 52 फीसदी ओबीसी वाले उत्तर प्रदेश में यादवों की करीब 20 फीसदी आबादी है. प्रदेश की कुल आबादी का यह करीब 10 फीसदी बैठता है. बिहार में पिछले दिनों नीतीश कुमार की सरकार ने जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी किए. इसके मुताबिक बिहार में यादवों की आबादी कुल आबादी का 14.26 फीसदी है. अच्छी खासी यादव आबादी वाले यूपी और बिहार में लोकसभा की कुल 120 लोकसभा सीटें हैं. उत्तर प्रदेश में लगभग यादव एक दर्जन लोकसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं.

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अंग्रेजी अखबार दि हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुन इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी (SP) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दो प्रमुख यादव चेहरों अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव को चुनौती देना चाहती है.

सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (CSDS) और लोकनीति के 2019 चुनाव के पोस्ट पोल आंकड़ों के मुताबिक यूपी में यादवों का एनडीए (बीजेपी और अन्य सहयोगी दल) गठबंधन को कुल वोट 23 फीसदी मिला था. बीजेपी इस बार इसमें और गहरी सेंध लगाने की योजना में है.

लोकसभा में बढ़ जाता है बीजेपी का वोट शेयर

उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनावों में 60 फीसदी यादवों ने महागठबंधन को (सपा और बसपा इस गठबंधन में शामिल थे), 23 फीसदी ने बीजेपी को, 5 फीसदी यादवों ने कांग्रेस को और 12 फीसदी यादवों ने अन्य को वोट किया था.

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Loksabha Election 2019
यूपी में 2019 के लोकसभा चुनावों में यादव वोट

वहीं 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों में 12 फीसदी यादवों ने बीजेपी को वोट किया तो समाजवादी पार्टी को 83 फीसदी, कांग्रेस को 1 फीसदी और बसपा को 2 फीसदी यादव वोट मिला.

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UP assembly Election 2022
2022 यूपी विधानसभा चुनावों में यादव वोट

बिहार की बात करें तो 2019 के लोकसभा चुनावों में यूपीए गठबंधन (राष्ट्रीय जनता दल-RJD, कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी-VIP, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी-RLSP, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा-HAM) को 55 फीसदी यादव वोट मिला. एनडीए (बीजेपी, जनता दल युनाइटेड-JDU, लोक जनशक्ति पार्टी-LJP) को 21 फीसदी यादवों ने वोट किया तो अन्य को 24 फीसदी यादवों का वोट मिला था.

Loksabha Election 2019 bihar
बिहार में 2019 के लोकसभा चुनावों में यादव वोट

एक साल बाद हुए बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए (BJP, HAM, VIP, JDU) को केवल 5 फीसदी यादवों ने वोट किया था. महागठबंधन (कांग्रेस, RJD, CPI, CPI-M, CPI-ML) को 83 फीसदी और अन्य को 11 फीसदी यादवों का वोट मिला था.

धर्म के चश्मे से जाति को साधने की कोशिशः प्रो. संजय कुमार

यूपी में समाजवादी पार्टी और बिहार में राजद का कोर वोट बैंक यादव वोटर्स को समझा जाता है. हमने इस संबंध में सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ सोसाइटी एंड पॉलिटिक्स (CSSP) के प्रोफेसर संजय कुमार से बात की. प्रोफेसर संजय कुमार का मानना है कि, ‘बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मध्य प्रदेश में मोहन यादव को सीएम बनाया है. वैसे मुझे नहीं लगता कि बीजेपी इस कदम से यादव वोट बैंक में सेंधमारी करने में कामयाब हो पाएगी.’

यूपी और बिहार में यह वोट बैंक सपा और आरजेडी के साथ मजबूती से जुड़ा हुआ है. प्रोफेसर संजय कुमार के मुताबिक ‘ये बीजेपी द्वारा धर्म के चश्मे से जाति को साधने की कोशिश की जा रही है.’ उन्होंने आगे कहा कि CSSP के पोस्ट पोल सर्वे में भी यह साफ दिखा था कि यादव वोट बैंक का झुकाव यूपी में सपा की ही तरफ है. बीजेपी इस झुकाव को तोड़ नहीं पाई है.

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