गहलोत को चुनाव शिकस्त देने के बाद वैभव को आउट करने की तैयारी में बीजेपी! क्या करेंगे RCA अध्यक्ष?
राजस्थान विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शिकस्त मिलने के बाद अब बीजेपी के निशाने पर उनके बेटे वैभव गहलोत हैं. हालांकि इस बार पिच सियासी नहीं, बल्कि क्रिकेट की है. जिसके चलते वैभव गहलोत के हाथ से राजस्थान क्रिकेट एसोसिशन यानी RCA की बागडोर छिनती नजर आ रही है.
ADVERTISEMENT

राजस्थान विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शिकस्त मिलने के बाद अब बीजेपी के निशाने पर उनके बेटे वैभव गहलोत हैं. हालांकि इस बार पिच सियासी नहीं, बल्कि क्रिकेट की है. जिसके चलते वैभव गहलोत के हाथ से राजस्थान क्रिकेट एसोसिशन यानी RCA की बागडोर छिनती नजर आ रही है. जिसके लिए भजनलाल सरकार बनने के बाद बीजेपी ने पूरी पटकथा लिख दी है. कयास है कि राज्य सरकार शीघ्र ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में ऐडहॉक कमेटी बिठाकर फिर से चुनाव करा सकती है.
यह कयास तब शुरू हुए जब प्रदेश के खेल विभाग की ओर से सवाई मानसिंह स्टेडियम में आवंटित दफ्तर और स्टेडियम आरसीए से वापस ले लिया गया और कमरा सील भी कर दिया है. जानकारी के मुताबिक वैभव गहलोत अपना पूरा कमरा ले जा चुके थे. यानी उन्हें इस बात का पूरा आभास था. हालांकि उनकी मुश्किलें यही कम नहीं होने वाली, क्योंकि आरसीए अध्यक्ष के लिए पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम और कैबिनेट मंत्री गजेंद्र खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर के नाम चर्चाओं में हैं.
सरकार ने एमओयू किया खत्म, अब छिनेगी कुर्सी!
जानकारी के मुताबिक क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष को हटाने की भी तैयारी की जा रही है. इसके लिए एक-दो दिनों में एडहॉक कमेटी बनाकर या अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब खेल विभाग क्रीड़ा परिषद की कार्यकारिणी को भंग करने की तैयारी कर रहा है. क्रिकेट एसोसिएशन और राज्य सरकार के बीच का एमओयू भी खत्म होने की बात कही जा रही है. बता दें कि RCA और सरकार के बीच 22 फरवरी 2019 हुआ था.
यह भी पढ़ें...
ललित मोदी के दौर से शुरू हुई थी क्रिकेट में राजनीति
बात अगर राजस्थान क्रिकेट में राजनीति की करे तो क्रिकेट के पिच पर सियासत की एंट्री जब हुई जब ललित मोदी आरसीए के अध्यक्ष बने थे. उनके कुर्सी पर काबिज होने के पीछे तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बड़ी भूमिका मानी जाती है. क्योंकि ललित मोदी राजे के सबसे नजदीकी भी थे. जिसके चलते ही मोदी को क्रिकेट में बड़ी ताकत हासिल हुई. हालांकि राजे के हाथ से सत्ता जाने के बाद ललित मोदी की भी क्रिकेट से छुट्टी हो गई.
गहलोत के राज में कांग्रेस का रहा दखल
वहीं, पिछली गहलोत सरकार के दौरान राजस्थान क्रिकेट में पूरे पांच साल तक कांग्रेस का दखल रहा. साल 2019 में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी आरसीए के संरक्षक बने थे. इसी साल पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आरसीए अध्यक्ष बने. हालांकि उस दौरान कांग्रेस के ही नेता रामेश्वर डूडी ने वैभव गहलोत के खिलाफ ताल ठोकी थी. लेकिन डूडी चुनाव हार गए. तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद गहलोत के राज में उनके बेटे दूसरी बार निर्विरोध अध्यक्ष भी बन गए.