तेजी से पांव पसार रहा कंजंक्टिवाइटिस, अब स्कूलों में बच्चे पहनकर आएंगे काला चश्मा
Conjunctivitis havoc in Rajasthan: राजस्थान में कंजंक्टिवाइटिस (conjunctivitis) का कहर जारी है और अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. अब शिक्षा विभाग (education department) ने स्कूली बच्चों को आई फ्लू (eye flu) के संक्रमण से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की है. यह निर्देश सरकारी और गैर सरकारी दोनों तरह के […]
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Conjunctivitis havoc in Rajasthan: राजस्थान में कंजंक्टिवाइटिस (conjunctivitis) का कहर जारी है और अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. अब शिक्षा विभाग (education department) ने स्कूली बच्चों को आई फ्लू (eye flu) के संक्रमण से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की है. यह निर्देश सरकारी और गैर सरकारी दोनों तरह के स्कूलों के लिए हैं. विभाग ने जरूरत पड़ने पर छात्रों को छुट्टी पर जाने की भी सलाह दी है.
शिक्षा विभाग के निदेशक कानाराम की ओर से जारी निर्देश में सभी स्कूली बच्चों को सेनेटाइजर का प्रयोग करने और एक-दूसरे को स्पर्श करने से बचने के लिए कहा गया है. साथ ही कंजंक्टिवाइटिस से संक्रमित छात्रों को काला चश्मा पहन कर आने की सलाह दी गई है.
स्कूलों की साफ-सफाई का रखा जाए विशेष ध्यान: शिक्षा विभाग
विभाग ने सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी विद्यालयों के क्लास रूम, रसोई घर और टॉयलेट की सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए. इसके अलावा बच्चों को आपस में टिफिन, पानी और अन्य खाद्य सामग्री शेयर नहीं करने के लिए भी प्रेरित किया जाए.
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संक्रमित रोगी से रहें दूर
विभाग ने अभिभावकों को भी सलाह दी है कि कंजक्टिवाइटिस से संक्रमित रोगी को परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रहना चाहिए ताकि संक्रमण से बचा जा सके. शिक्षा विभाग ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इस संबंध में राज्य सरकार, चिकित्सा विभाग और स्थानीय प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों की अक्षरशः पालना सुनिश्चित करें.
ये हैं कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण
1. आंखों में लगातार पानी का आना.
2. आंखों से धुंधला दिखाई देना.
3. आंखों का लाल होना एवं सूज जाना.
4. पलकों में सूजन आना एवं पलकों का आपस में चिपक जाना.
5. आंखों में खुजली एवं गीज आना.
6. पलकों का पपड़ीदार होना.
7. आंखों का प्रकाश के प्रति संवेदनशील हो जाना (तेज रोशनी का खराब लगना).
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