BJP के पूर्व विधायक ने लगाए आरोप, कांग्रेसी विधायक गिर्राज मंलिगा को बताया कमीशनखोर

Umesh Mishra

Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर जिले के बाड़ी उपखंड में निर्माणाधीन बाईपास रिंग रोड को लेकर ग्रामीणों की नाराजगी के बाद सियासत भी तेज हो गई है. भाजपा के पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर और कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा इस मामले में आमने-सामने हो गए. गुर्जर के रिश्तेदार ने रिंगरोड निर्माण को रोकने के […]

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Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर जिले के बाड़ी उपखंड में निर्माणाधीन बाईपास रिंग रोड को लेकर ग्रामीणों की नाराजगी के बाद सियासत भी तेज हो गई है. भाजपा के पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर और कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा इस मामले में आमने-सामने हो गए. गुर्जर के रिश्तेदार ने रिंगरोड निर्माण को रोकने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की तो मलिंगा ने जसवंत गुर्जर पर विकास में रोड़ा लगाने के आरोप लगा दिए.

इधर, सोमवार को भाजपा के पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर ने प्रेस कांफ्रेंस कर मलिंगा पर दबंगई करने का आरोप लगाया. कांग्रेसी विधायक को घेरते हुए कहा कि रिंगरोड का निर्माण सर्कुलर के मुताबिक नहीं हो रहा है. जो शर्त और टेंडर प्रक्रिया है, उसका उल्लंघन कर मलिंगा प्रशासन से सांठगांठ कर निर्माण कार्य कर रहे हैं. विधायक मलिंगा के चहेते लोगों ने पहले ही बाईपास की आसपास जमीन को खरीद लिया था. ऐसे में भू-माफियाओं की जमीन के आसपास अव्यवस्थित तौर पर बाईपास को निकाला जा रहा हैं.

पूर्व विधायक गुर्जर ने कहा कि विधायक मलिंगा के दलालों ने पहले ही जमीन को खरीद लिया था. उन्हीं की जमीन के मुताबिक रिंगरोड का प्लान बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बाड़ी शहर के अंदर पेयजल योजना के अंतर्गत करीब 35 करोड़ की लागत से पाइप लाइन डाली जा रही है. उस पाइप लाइन का काम कछुआ चाल से भी धीमा चल रहा है.  बाड़ी विधानसभा क्षेत्र में विकास के नाम पर कमीशनखोरी का खेल चल रहा है.

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कांग्रेसी विधायक ने आरोपों का किया खंडन
दूसरी ओर, गिर्राज सिंह मलिंगा ने इन आरोपों का खंडन किया. विधायक ने कहा कि पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर की सियासी जमीन खिसक चुकी है. राज्य सरकार ने बाड़ी और सैपऊ बाईपास निर्माण के लिए भारी भरकम बजट घोषित किया था. उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक एक पैसे का भ्रष्टाचार साबित नहीं कर सकते हैं. उनकी ओर से लगाए गए आरोप निराधार, बेबुनियाद और तथ्यहीन है.

गौरतलब है कि यह पूरा मामला एनएच 123 से बाड़ी मार्ग को जोड़ने वाले निर्माणाधीन बाईपास का है. निर्माणाधीन बाईपास को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ और ग्रामीणों ने निर्माण कार्य को रुकवाने की मांग की.

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