करौली: पकी हुई फसलों को बारिश-ओलों से पहुंचा नुकसान, पानी में भिगने से गल रही है फसल
Karauli: करौली जिले में बेमौसम बारिश से 3500 से अधिक हेक्टेयर में पकी पकाई गेहूं की फसल चौपट हो गई है. आसमान से बरसी आफत ने किसानों की अरमान चकनाचूर कर दिए हैं. पिछले 2 दिन से लगातार बेमौसम बरसात और क्षेत्र में ओले गिरने से किसानों की गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा […]
ADVERTISEMENT

Karauli: करौली जिले में बेमौसम बारिश से 3500 से अधिक हेक्टेयर में पकी पकाई गेहूं की फसल चौपट हो गई है. आसमान से बरसी आफत ने किसानों की अरमान चकनाचूर कर दिए हैं. पिछले 2 दिन से लगातार बेमौसम बरसात और क्षेत्र में ओले गिरने से किसानों की गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. पिछले 2 दिन से लगातार बेमौसम बरसात और ओले गिरने से गेहूं की पकी हुई फसलें खेतों में गिर गई है. दाना भी भीग गया है, जिसके खराब होने का पूरा अंदेशा है.
इस बेमौसम बरसात से चना, गेहूं, सरसों और रबी की सभी फसलों में खासा नुकसान हुआ है. सबसे अधिक नुकसान गेहूं की फसल में हुआ है. सबसे अधिक बरसात 70 एमएम बारिश श्री महावीरजी में हुई. जहां चांदन गांव में ओले गिरे. ओले गिरते वक्त किसान बजरंगबली महाराज और श्री महावीर जी से गुहार लगाते रहे.
वहीं गुढ़ाचंद्रजी में तेज आंधी के साथ आई बरसात ने खेतों में कटी कटाई गेहूं की फसल सरसों और चना की फसल को बर्बाद कर दिया है. किसानों के अरमान पूरी तरह पानी में बह गए. सबसे अधिक नुकसान श्री महावीरजी, हिंडोन, सूरौठ, सपोटरा तहसील में बारिश और ओलावृष्टि से हुआ है.
यह भी पढ़ें...
इस बेमौसम बरसात ने किसानों को एक बार फिर निराश कर दिया है. किसान अपनी पीड़ा किसे बताएं. वह मंहगे बीज, खाद, दवाई खरीद कर फसल को तैयार करता है और पकी फसल पर प्राकृतिक आपदा आ जाने से किसान की सभी तमन्ना बरसात और ओलों में दब कर रह गई है. तेज हवा के साथ आई बरसात में अधिकतर खेतों में गेहूं की फसल को नीचे गिरा दिया जिससे दाना कमजोर हो गया है. किसानों को अब सरकार से आस है कि वह गिरदावरी कराकर प्रभावित किसानों को अधिक से अधिक मुआवजा दें जिससे कि वह अपने परिवार का आर्थिक बोझ उठा सके.