नागौर: राजस्थान का एकलौता ऐसा सरकारी स्कूल! जहां के 693 स्टूडेंट्स को मिली सरकारी नौकरी

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Nagaur: नागौर जिले के मेड़ता उपखंड के गांव जारोड़ा कलां के सरकारी स्कूल का रिकॉर्ड इतना शानदार है कि यहां प्राइवेट स्कूलों में बच्चे ना के बराबर हैं. जारोड़ा के सरकारी स्कूल के शानदार रिकॉर्ड को देखते हुए 13 गांवों के 700 से अधिक छात्र-छात्राएं यहां पढ़ रहे हैं. सबसे बड़ी और रोचक स्कूल यह […]

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Nagaur: नागौर जिले के मेड़ता उपखंड के गांव जारोड़ा कलां के सरकारी स्कूल का रिकॉर्ड इतना शानदार है कि यहां प्राइवेट स्कूलों में बच्चे ना के बराबर हैं. जारोड़ा के सरकारी स्कूल के शानदार रिकॉर्ड को देखते हुए 13 गांवों के 700 से अधिक छात्र-छात्राएं यहां पढ़ रहे हैं. सबसे बड़ी और रोचक स्कूल यह बात है कि इस स्कूल के पढ़े हुए 693 स्टूडेंट देशभर में  सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं. पूरे राजस्थान में ऐसा शायद ही कोई स्कूल हो. इसी खिताब के चलते राज्य सरकार ने अपने स्तर पर इस स्कूल को सर्वश्रेष्ठ स्कूल का खिताब देकर सम्मानित किया है. 20 वर्ष पहले यानी 2003 में यह स्कूल सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत हुआ था. आज दिन तक इस स्कूल के छात्र छात्राएं बोर्ड परीक्षाओं में कभी फेल नहीं हुए.

वहीं शिक्षा के साथ खेल, कलाकृति, विज्ञान, प्रतियोगिताओं में भी स्कूल के बच्चों ने राज्य स्तर पर मेडल भी प्राप्त किया है. इस स्कूल के परिणाम और व्यवस्था देख कर क्षेत्र में लोग अपने बच्चों को निजी स्कूल की बजाय इस स्कूल में दाखिला दिलाते हैं. यहां बच्चों को कोई गाड़ी लेने नहीं आती है. मगर यह अपने ही साधन से यहां पर आते हैं. यहां पर कला और विज्ञान संकाय खुलवाने में यहां के पूर्व विधार्थी और अन्य लोग में जुटे हुए हैं.

लोगों का मुख्य उद्देश्य ये है कि उनके बच्चों को इसी स्कूल में हर संकाय की शिक्षा मिल सके. इस स्कूल का बोर्ड परीक्षा की परिणाम हर वर्ष शत-प्रतिशत रहता है. इस स्कूल के तीसरा हर पूर्व विद्यार्थी राजकीय की सेवा में तैनात है. स्कूल का अनुशासन, स्कूल की शिक्षकों का बच्चों के प्रति अपनत्व इस स्कूल की पहचान है. इस स्कूल को सर्वश्रेष्ठ स्कूल के रूप में दो बार मंडल व सत्र में राज्य स्तर पर सम्मान मिल चुका है. यहां निजी स्कूल की तर्ज पर बैठने की व्यवस्था, खेलने की व्यवस्था शौचालय, बिजली, शुद्ध पेयजल की सुविधा है.

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कंटेंट: केशाराम गढ़वार

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