पायलट के गढ़ में कांग्रेस से खफा लोग! बोले- गुर्जर समाज के साथ हुआ है छल

राजस्थान तक

Will Ramesh Bidhuri be able to perform miracles in Pilot’s stronghold: पायटल (sachin Pilot) के गढ़ में सियासी समीकरण बदलने के लिए बीजेपी ने सांसद रमेश बिधूड़ी (ramesh bidhuri) को जिले का प्रभार दिया है. बताया जा रहा है कि टोंक से पायलट के चुनाव लड़ने के सियासी संकेत मिलने के बाद ही बीजेपी ने […]

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Will Ramesh Bidhuri be able to perform miracles in Pilot's stronghold: पायलट के गढ़ में कांग्रेस से खफा लोग! बोले- गुर्जर समाज के साथ हुआ है छल
Will Ramesh Bidhuri be able to perform miracles in Pilot's stronghold: पायलट के गढ़ में कांग्रेस से खफा लोग! बोले- गुर्जर समाज के साथ हुआ है छल
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Will Ramesh Bidhuri be able to perform miracles in Pilot’s stronghold: पायटल (sachin Pilot) के गढ़ में सियासी समीकरण बदलने के लिए बीजेपी ने सांसद रमेश बिधूड़ी (ramesh bidhuri) को जिले का प्रभार दिया है. बताया जा रहा है कि टोंक से पायलट के चुनाव लड़ने के सियासी संकेत मिलने के बाद ही बीजेपी ने ये दांव खेला है. दरअसल सचिन पायलट का असली सरनेम बिधूड़ी है. यानी गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र में बीजेपी ने गुर्जर नेता पायलट को घेरने के लिए गुर्जर नेता रमेश बिधूड़ी को उतारा है.

इधर बीजेपी की इस कवायद के बाद टोंक जिले की 4 विधानसभाओं में सियासी हलचल तेज हो गई है. ऐसे में राजस्थान तक ने टोंक की जनता का राय जाना.

पायलट से सहानुभूति, कांग्रेस से खफा

टोंक के गुर्जर समाज के लोगों में पायलट को लेकर सहानुभूति है वहीं कांग्रेस पार्टी को लेकर गुस्सा भी है. लोगों का मानना है कि सचिन पायलट के साथ पार्टी ने छल किया. पायलट को पूरे समाज ने इस वजह से वोट दिया ताकि वे मुख्यमंत्री बनें. इसी सपने को साकार करने के लिए बीजेपी के वे लोग जो गुर्जर समाज से हैं उन्होंने भी कांग्रेस को वोट दिया. 2018 में 9 विधायक बीजेपी के हराए इसके पीछे केवल एक ही वजह थी…पायलट को सीएम के रूप में देखना था. कांग्रेस पार्टी ने गुर्जर समाज से सीएम का सपना दिखाया और पायलट को बार-बार जलील किया. जिन विधायकों को सचिन पायलट के नाम पर वोट मिला उन्होंने उनका साथ नहीं दिया. अब गुर्जर समाज के भरोसे पर कांग्रेस न रहे.

बीजेपी के रमेश बिधूड़ी का टोंक में होगा असर

गुर्जर समाज के लोगों का मानना है कि रमेश बिधूड़ी के आने से गुर्जर समाज लामबंद होगा और बीजेपी की तरफ जाएगा. उनके साथ कांग्रेस पार्टी ने छल किया है. पिछले चुनाव में ये समाज पायलट के लिए लामबंद हुआ था. टोंक सवाई माधोपुर में बीजेपी सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया गुर्जर हैं. इस क्षेत्र में गुर्जर नेता पायलट का प्रभाव है. इधर बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को प्रभारी बनाकर जाति कार्ड को और मजबूत करने की कोशिश की है.

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गुर्जर समाज 4 में से कांग्रेस को दी 3 सीट

वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस के सचिन पायलट ने बीजेपी के युनूस खान को 54,000 से ज्यादा वोटो से हाराया था. वहीं जिले की देवली-उनियारा सीट पर कांग्रेस के हरीश मीणा ने बीजेपी के राजेंद्र गुर्जर को 21000 से ज्यादा मतों से पराजित किया था. निवाई सीट पर कांग्रेस के प्रशांत बैरवा ने बीजेपी के राम सहाय वर्मा को 43,000 से ज्यादा वोटों से पराजित किया था. चौथी सीट मालपुरा में बीजेपी ने बाजी मारी थी और यहां कांग्रेस और RLD गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी रणवीर पहलवान को बीजेपी के कन्हैया लाल चौधरी ने 29786 मतों से हराया था.

यहां क्लिक करके वीडियो में सुने टोंक में गुर्जर समाज क्या कह रहा है

Rajasthan: पायलट के गढ़ टोंक में BJP ने रमेश बिधूड़ी को दी जिम्मेदारी, जानें क्यों विवादों में हैं ये?

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