PM मोदी बोले- राजेश जी के बेटे सचिन पायलट को सजा दे रही कांग्रेस, अब जाकर मिला ये जवाब
Narendra Modi On Sachin Pilot: राजस्थान विधानसभा चुनाव (rajasthan assembly election) के लिए प्रचार का शोर गुरुवार शाम को थम जाएगा. लेकिन इससे ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राजस्थान चुनाव में पायलट कार्ड खेला है. भीलवाड़ा के जहाजपुर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में जो भी […]
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Narendra Modi On Sachin Pilot: राजस्थान विधानसभा चुनाव (rajasthan assembly election) के लिए प्रचार का शोर गुरुवार शाम को थम जाएगा. लेकिन इससे ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राजस्थान चुनाव में पायलट कार्ड खेला है. भीलवाड़ा के जहाजपुर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में जो भी 1 परिवार से टकराता है वो हमेशा के लिए खत्म हो जाता है.
पीएम मोदी ने कहा, “राजेश पायलट ने गांधी परिवार को चुनौती देने की कोशिश की थी. वह तो अब नहीं रहे. अब राजेश पायलट की सजा उनके बेटे सचिन पायलट को दी जा रही है.”
कांग्रेस की तरफ से मिला ये जवाब
पीएम मोदी के बयान को झूठ बताते हुए कांग्रेस पार्टी ने भी इसका जवाब दिया है. कांग्रेस पार्टी ने कहा, “राजेश पायलट जी के काबिल सुपुत्र सचिन पायलट न केवल केंद्र में मंत्री रहे बल्कि राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे और फिर उप मुख्यमंत्री भी. आज वह कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य हैं और चुनाव प्रचार व पार्टी के अन्य कार्यक्रमों में शामिल रहते हैं. मोदी जी, राजेश पायलट व कांग्रेस पार्टी के विषय में झूठ परोसने की बजाय आज तो आपको उस गुर्जर समुदाय से माफी मांगनी चाहिए थी जिसके 72 नौजवान गुर्जर आंदोलन में बीजेपी के राज में मारे गए थे.”
श्री @Pawankhera द्वारा भीलवाड़ा में प्रधानमंत्री के आज के झूठ का पर्दाफाश :- pic.twitter.com/t201y9RuTX
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) November 22, 2023
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राजेश पायलट ने सीताराम केसरी के खिलाफ चुनाव लड़ा: कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी ने लिखा, “आज प्रधानमंत्री ने झूठ बोलो योजना को जारी रखते हुए बौखलाहट में झूठों का एक और पुलिंदा खोल दिया. स्वर्गीय राजेश पायलट जी, इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी से प्रेरित हो कर भारतीय वायु सेना की नौकरी छोड़ कर राजनीति में आए. वह न केवल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे बल्कि इस देश में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ हमेशा लड़ते रहे. राजेश पायलट जी ने कांग्रेस की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत सीताराम केसरी के विरुद्ध कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ा. प्रधानमंत्री अपने आधे-अधूरे ज्ञान की वजह से भूल गए कि उस वक्त सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति में नहीं थी. ना ही गांधी परिवार का कोई अन्य सदस्य उस समय राजनीति में था.”
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