Rajasthan Election: मंत्री शांति धारीवाल की नामांकन रैली में पैसे देकर बुलाई गई भीड़? मजदूरों ने किया खुलासा

चेतन गुर्जर

Rajasthan Election: राजस्थान में अब सभी प्रत्याशी मैदान में है. नामांकन प्रकिया के तहत उम्मीदवारों के आवेदन हो चुके हैं. अब प्रत्याशी जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. जनसंपर्क और सभा के जरिए प्रत्याशी भीड़ को वोटर में बदलना चाह रहे हैं. लेकिन कोटा से एक मामला सामने आया है, मंत्री शांति धारीवाल […]

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Rajasthan Election: राजस्थान में अब सभी प्रत्याशी मैदान में है. नामांकन प्रकिया के तहत उम्मीदवारों के आवेदन हो चुके हैं. अब प्रत्याशी जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. जनसंपर्क और सभा के जरिए प्रत्याशी भीड़ को वोटर में बदलना चाह रहे हैं. लेकिन कोटा से एक मामला सामने आया है, मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) की नामांकन रैली में जुटाई गई भीड़ का मजदूरों ने खुलासा किया है. मजदूरों का कहना है कि उन्हें कहा गया था कि आपको ₹500 और खाना खिलाया जाएगा. आपको मंत्री शांति धारीवाल के नारे लगाने हैं. रैली में उसके बाद जब पैसा नहीं मिला तो मजदूर हाथ में एप्लीकेशन लिए थाने पहुंच गए तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.

कोटा (Kota) के केशवपुर में काम की तलाश में खड़े मज़दूरों को नामांकन रैली में ले जाने और काम करने के बाद रुपए नहीं दिए. मजदूरों ने एक कांग्रेस कार्यकर्ता मनीष पर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि हमें मंत्री धारीवाल की रैली में ले जाने और मंत्री शांति धारीवाल के नारे लगाने का कहकर घंटों बस स्टैंड पर बिठा कर रखा और रुपए नहीं दिए. मजदूरों ने दादावाड़ी थाने में शिकायत की है. इस मामले को लेकर 7 से ज्यादा मजदूरों ने पहले जवाहर नगर थाने जाकर अपनी शिकायत दी लेकिन वहां थाना इलाका नहीं होने की बात कह कर उन्हें दादाबाड़ी थाने भेज दिया गया. जहां मजदूरों की तरफ से शिकायत दी गई.

पीड़ित ने सुनाई अपनी पीड़ा

मनीष के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए मजदूर एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर काटते रहे. जब मजदूर जवाहर नगर थाने पहुंचे तो मामला दादाबाडी थाना का बताकर भेज दिया. जिसके बाद मजदूर दादाबाडी थाने पहुंचे और वहां पर परिवाद दर्ज कराया. मजदूर राजू सावंरिया ने बताया कि सोमवार को मंत्री शांति धारिवाल की रैली थी, जिसमें हमें शामिल होने के लिए 40 मजदूरों को केशवपुरा चैराहे से बस में बिठाकर स्टेडियम ले गये थे और 500 रुपए देने व खाना भी वहीं खाने की बात कहकर मनीष हमें केशवपुरा चौराहे से बस में बैठाकर स्टेडियम लेकर गया था. भूखे प्यासे सभी मजदूर पूरे दिन रैली में ही मौजूद थे. रैली खत्म होने के बाद बस में बैठकर वापस आ गए. उसके बाद शाम से देर रात तक मनीष को पैसे देने के लिए फोन करते रहे लेकिन उसने पैसे देने से साफ इंकार कर दिया.

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पुलिस ने मामले पर लिया संज्ञान

दादाबाडी थाना एस आई मो हुसैन ने बताया कि मनीष मंडावत के खिलाफ मजूदरों ने शिकायत दी है, जिसमें बताया गया है कि इन्हें केशवपुरा चौराहे से महाराव उम्मेद स्टेडियम में रैली में शामिल होने के लिए लेकर गये थे और सभी मजदूरों को 500 रुपए भी देने की बात कही गई थी. इस मामले में मनीष के खिलाफ परिवाद दर्ज कर लिया है और जांच चल रही है.

8000 रुपए में मामला सैटल करने की पेशकश

मामले में परिवाद दर्ज होने के बाद जब हमने मजदूर राजू सावंरिया से बात की तो उसने कहा कि मनीष ने सिर्फ 8000 हजार देने में राजीनामा करने की बात कही है. उसका यह भी कहना है कि वरना में तो 2 हजार रुपये में जमानत पर छूट जाउंगा.

वहीं इस मामले पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजकुमार सिंह ने बताया कि दादाबाडी थाने में उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है . जांच सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी उमीदवार चुनाव आयोग के नियमों की अवेहलना करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होना निश्चित है.

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