Parul Saini Murder Case: पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिए पति ने किया ऐसा कांड, सुनकर रूह कांप जाएगी आपकी

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Parul Saini Murder Case: राजस्थान में पत्नी की हत्या कर तीन महीने तक पुलिस को गुमराह करता रहा पति, कुंभ यात्रा के बहाने दिया वारदात को अंजाम, अब पुलिस की गिरफ्त में.

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Parul Saini Murder Case: आपने अकसर फिल्मों में ये एक डायलॉग सुना होगा कि कानून के हाथ लंबे होते है और कानून से कोई भी मुजरिम नहीं बच सकता है. कुछ ऐसी ही कहानी राजस्थान से सामने आई है, जहां युवक ने पहले अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी, फिर पुलिस को तीन महीने तक गुमराह करते रहा. लेकिन अब पुलिस ने उस आरोपी को धड़ दबोचा है और साथ ही आगे की कार्रवाई में जुट गई है. 

दरअसल ये पूरी कहानी है पारुल हत्याकांड की है. जयपुर के रहने वाले महेश सैनी ने अपनी पत्नी पारुल सैनी की हत्या कर दी. उसने शातिर योजना बनाकर पारुल को कुंभ ले जाने का बहाना बनाया और रास्ते में ही उसकी जान ले ली. तीन महीने तक झूठ बोलकर पुलिस को गुमराह करने वाला महेश आखिरकार पकड़ा गया. NH 21 पर पारुल मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हो गया और हत्यारा पति पुलिस की गिरफ्त में आ गया.

कुंभ के बहाने बनाई हत्या की योजना

महेश और पारुल के बीच काफी समय से अनबन चल रही थी. महेश अपनी पत्नी से पीछा छुड़ाना चाहता था. उसने पारुल को प्रयागराज महाकुंभ ले जाने की बात कही. 18 फरवरी 2025 को महेश ने जयपुर से मथुरा तक कार से और वहां से ट्रेन से कुंभ जाने का प्लान बनाया. पारुल कुंभ जाने के लिए तैयार हो गई, लेकिन उसे नहीं पता था कि ये यात्रा उसकी जिंदगी की आखिरी यात्रा होगी क्योंकि महेश के दिमाग में उसकी हत्या की साजिश चल रही है.

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चिप्स में जहर मिलाकर की हत्या

महेश ने पहले से ही पूरी साजिश रच ली थी. सबसे पहले उसने जयपुर से चिप्स खरीदे और उनमें जहर मिला दिया. 18 फरवरी की सुबह वह पारुल को कार में बिठाकर निकला. रास्ते में उसने पारुल को चिप्स खाने के लिए दिए. चिप्स खाते ही पारुल बेहोश हो गई. इसके बाद महेश ने दौसा के सैंथल पुलिया के पास कार रोकी और पारुल का मुंह व नाक दबाकर उसकी सांसें रोक दीं. उसने पारुल की गर्दन तोड़ने की भी कोशिश की.

दुर्घटना का रूप देने की कोशिश

महेश ने हत्या को हादसा दिखाने के लिए पारुल की लाश को कार में कुछ मीटर तक ले गया. फिर उसने कार को नेशनल हाईवे की ट्रेंच से एक खेत में उतार दिया, ताकि यह सड़क दुर्घटना लगे. महेश ने घटना से दो दिन पहले ही लोकेशन की रेकी की थी और तीन महीने तक पुलिस को झूठ बोलकर बचता रहा. लेकिन आखिरकार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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