Rajasthan: खुद को IPS बताकर हर जगह रौब झाड़ता था, फर्जी अधिकारी की इस छोटी सी गलती से खुली पोल
Rajasthan: उदयपुर पुलिस ने सर्किट हाउस से खुद को आईपीएस अधिकारी बताने वाले सुनील सांखला नाम के युवक को गिरफ्तार किया है. सुनील बानसूर का रहने वाला है.
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Rajasthan: गांव और समाज में रौब झाड़ने के लिए बानसूर का एक युवा फर्जी आईपीएस बन गया. उसने ऑनलाइन आईपीएस की वर्दी खरीदी व अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर आईपीएस की वर्दी पहनकर फोटो लगाइए. साथ ही अपनी प्रोफाइल को आईपीएस के हिसाब से तैयार किया. यह देखकर पुलिस भी चौंक गई व पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं. उसके पास से राजस्थान व हरियाणा के मुख्यमंत्री के नाम से फर्जी लेटर भी मिले हैं. यह युवक खुद को महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी बताकर झूठे किस्से व कहानी सुनाता था.
उदयपुर पुलिस ने सर्किट हाउस से खुद को आईपीएस अधिकारी बताने वाले सुनील सांखला नाम के युवक को गिरफ्तार किया है. सुनील बानसूर का रहने वाला है. उसके साथ पुलिस ने इंदिरा सैनी, अमित चौहान और सत्यनारायण को गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में पुलिस के होश उड़ गए. सुनील ने बताया कि डेढ़ साल पहले यूपीएससी का रिजल्ट आने पर गांव और समाज के लोगों पर रोब झड़ने के लिए उसने यूपीएससी में सिलेक्शन होने की झूठी कहानी गांव वालों को बताई. उसने बताया कि उसकी 263 भी रैंक आई है और सीबीआई ऑफिसर वो बना है.
गांव वालों ने भी किया था स्वागत
ग्रामीण व परिजनों ने उसकी बात पर यकीन किया. गांव में उसका जोरदार स्वागत हुआ. गांव में मिठाई बाटी गई तो मीडिया में भी खबर चली सुनील ने यूट्यूब चैनलों को इंटरव्यू दिया और स्थानीय मीडिया में भी उसे सुर्खियों में बना रहा. लोगों पर झाड़ने के लिए उसने राजस्थान में हरियाणा के मुख्यमंत्री के नाम से फर्जी लेटर बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. सुनील साले अमित और समाज के लोगों के साथ उदयपुर घूमने के लिए पहुंचा था. उस समय तक किसी को नहीं पता था कि सुनील आईपीएस बनने का नाटक कर रहा है. सुनील उदयपुर के सर्किट हाउस में पहुंचा. वहां उसने फर्जी आरपीएस कार्ड पर कमरा लिया. सर्किट हाउस के कर्मचारियों को शक हुआ. उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी. उदयपुर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस में सुनील सांखला से जब पूछताछ की तो पुलिस के भी होश उड़ गए.
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यूं पकड़ा गया
पुलिस ने बताया कि डेढ़ साल से सुनील सांखला आईपीएस अधिकारी बनकर घूम रहा था. इस दौरान ग्रामीण रिश्तेदारों के अलावा उसने पुलिस प्रशासन व सरकारी अधिकारियों को भी अपनी बातों में फसाया. पुलिस पूछताछ में सुनील ने बताया कि उसने ऑनलाइन पुलिस की वर्दी खरीदी. साथ ही उसमें बैच, वर्दी के कंधे पर थ्री स्टार और बेल्ट आदि सामान बाजार से खरीदे थे. आईपीएस अधिकारी की आईडी एक एप के जरिए तैयार की. जिसमें भारत सरकार का चिन्ह लगा था फर्जी आईपीएस के नाम पर उसने सगाई की और लड़की के परिजनों को भी खुद को आईपीएस अधिकारी बताया. सभी को उसने बताया कि वो मुंबई कैडर में तैनात है. सुनील सांखला की कहानी पर सभी को विश्वास था.