दौसा में अनोखी शादी, 55 साल का दूल्हा और 25 की दुल्हन, बड़ी रोचक है इसके पीछे की वजह, जानें

Sandeep Mina

Dausa: दौसा लालसोट में बीती रात हुई एक शादी अचानक चर्चाओं में छा गई है. लालसोट के नवरंग पुरा गांव में बल्लू राम उर्फ बलराम और नापा का बास की रहने वाली विनीता की 3 मई को शादी हुई. इस शादी के बाद लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. दरअसल, यह शादी चर्चा […]

ADVERTISEMENT

NewsTak
social share
google news

Dausa: दौसा लालसोट में बीती रात हुई एक शादी अचानक चर्चाओं में छा गई है. लालसोट के नवरंग पुरा गांव में बल्लू राम उर्फ बलराम और नापा का बास की रहने वाली विनीता की 3 मई को शादी हुई. इस शादी के बाद लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. दरअसल, यह शादी चर्चा का विषय इसलिए बनी है क्योंकि दूल्हे की उम्र 55 साल है और दुल्हन की 25 साल. लेकिन शादी की चर्चा का दूसरा और अहम कारण यह है कि दुल्हन दिव्यांग है और वह चलने में पूरी तरह असमर्थ है.

वहीं दूल्हा 55 साल का है और वह पिछले 31 वर्षों से गांव के शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करता है. भोले बाबा की भक्ति के कारण उसके मन में कभी शादी का विचार नहीं आया. बल्लू राम की सात बहन भाई हैं. लेकिन उम्र के अंतिम पड़ाव में बल्लू राम ने शादी का निर्णय लिया. इसके पीछे कारण दूल्हे ने यह बताया कि जब उसे पता चला कि नापा का बास की एक लड़की दिव्यांग है और उसकी शादी नहीं हो रही है, ऐसे में 31 वर्ष तक भोले बाबा की सेवा करने वाले बल्लू राम ने दिव्यांग दुल्हन की सेवा करने का निर्णय लिया है.

विनीता की देखभाल के लिए चाहिए था लड़का

दुल्हन के परिजनों ने बताया कि विनीती की शादी के लिए काफी प्रयास किए गए लेकिन कहीं से रिश्ता नहीं हुआ और कभी रिश्ते आए भी तो वह दूल्हा भी दिव्यांग मिलता था. जो विनीता की देखभाल करने में असमर्थ था. अब जब नवरंग पुरा के बल्लू राम ने शादी का निर्णय लिया है. वो परिवार भी सहमत हुआ.

यह भी पढ़ें...

बुधवार रात धूमधाम से हुई शादी

इधर बुधवार रात को धूमधाम के दोनों की शादी हुई. शादी से पहले बल्लूराम पार्लर में पहुंचकर दूल्हा बना. इसके बाद वह अपने गांव से साफा और शेरवानी पहनकर दुल्हन के गांव के लिए रवाना हुआ. इस दौरान सामाजिक परंपरा के अनुसार दूल्हे की दुल्हन पक्ष की महिलाओं ने जुहारी की. वहीं बुधवार की रात को दूल्हा बल्लू राम और दुल्हन विनीता ने सात फेरे लिए.

2012 में विनीता की बदल गई थी जिंदगी

इस दौरान दिव्यांग विनीता को उसका भाई गोद में लिया हुआ था और सात फेरों की रस्म निभाता हुआ नजर आया. बताया जा रहा है कि दुल्हन विनीता 7 फरवरी 2012 को घर के आंगन में लगे एक पेड़ से नीचे गिर गई थी और उसकी रीड की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था जिसके बाद परिवार जनों ने कई वर्षों तक उपचार कराया लेकिन वह ठीक नहीं हुई. अब विनीता खड़े रहने के लिए बैसाखी का उपयोग करती है और चलने फिरने में असमर्थ है. दौसा जिले के नापाक आवास गांव में हुई है शादी अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. बुजुर्ग दिव्यांग दुल्हन को अपनाने के मामले में कुछ लोग दूल्हे की पहल को सराह भी रहे हैं.

उदयपुर: मंच पर एक स्टूडेंट ने CM गहलोत से पूछा ऐसा सवाल, अचरज में पड़ गए मुख्यमंत्री, देखें

    follow on google news
    follow on whatsapp