मथुरा में मंदिरों के अलावा इन 6 पर्यटन स्थलों को जरूर करें एक्सप्लोर!
मथुरा भारत में पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के सबसे पसंदीदा धार्मिक स्थलों में से एक है जहां पर कई धार्मिक मंदिर और तीर्थस्थल हैं. लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए यहां के 6 दर्शनीय स्थल के बारे में बताएंगे.
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उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित मथुरा युमना नदी के किनारे बसा भारत का एक प्राचीन शहर है, जिसका वर्णन हिंदू महाकाव्य रामायण में भी मिलता है. मथुरा भारत में पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के सबसे पसंदीदा धार्मिक स्थलों में से एक है जहां पर कई धार्मिक मंदिर और तीर्थस्थल हैं. लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए यहां के 6 दर्शनीय स्थल के बारे में बताएंगे. ऐसे में अगर आप मथुरा जाने का प्लान कर रहें हैं तो इस आर्टिकल को अच्छी तरह पढ़ें, जिसमें हमनें मथुरा जाने के बारे में भी पूरी जानकारी दी है.
ये हैं मथुरा में घूमने लायक जगह
कंस किला
कंस किला एक बहुत ही प्राचीन किला है, जो भगवान कृष्ण के मामा कंस को समर्पित है. आपको बता दें, इस किले का निर्माण अकबर के नवरत्नों में से एक राजा मानसिंह प्रथम ने करवाया था. यह किला हिंदू और मुगल शैली की वास्तुकला का अनूठा नमूना है. हालांकि, लापरवाही की वजह से कंस किला जर्जर हो चुका है लेकिन बावजूद इसके आज भी यह किला मथुरा आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करता है.
गोवर्धन पहाड़ी
बता दें, इस पहाड़ी का उल्लेख हिंदू धर्म के कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता है और इसे वैष्णवों के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार मथुरा को भयंकर बारिश और आंधी से बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पहाड़ी को अपनी एक उंगली पर उठा लिया था. गोवर्धन पहाड़ी पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है. ऐसे में आप जब भी मथुरा जाएं तो ये जगह जरूर घूमें.
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मथुरा संग्रहालय
ये संग्रहालय मथुरा शहर में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक हैं. इस संग्रहालय का निर्माण वर्ष 1874 में किया गया था, जो अपनी वास्तुकला और कलाकृतियों के लिए जाना जाता है. बता दें, भारत सरकार द्वारा इस संग्रहालय का डाक टिकट भी जारी किया गया है.
कुसुम सरोवर
कुसुम सरोवर गोवर्धन और राधा कुंड के बीच में स्थित है. आपको बता दें कि इस सरोवर का निर्माण राजसी बलुआ पत्थर से किया गया है. इसके जलाशय में सीढ़ियां लगी हुई है जिसका इस्तेमाल तालाब में उतरने के लिए किया जाता है. यहां पर्यटक तैराकी और स्नान का लुत्फ उठा सकते हैं.
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बरसाना
दरअसल, बरसाना माता राधा का जन्म स्थान है. बता दें, यहां प्रसिद्ध श्री राधा रानी मंदिर स्थित है जिसे देखने लाखों भक्त आते हैं. ऐसे में आप भी जब मथुरा आएं तो बरसाना का सैर करना ना भूलें.
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मथुरा के घाट
मथुरा एक ऐसी जगह है जहां पुराने समय में कई घाट हुआ करते थे लेकिन वर्तमान में यहां कुल 25 घाट ही हैं. कहा जाता है कि इन घाटों का संबंध भगवान कृष्ण के समय से है. यहां के प्रमुख घाटों में विश्राम घाट, चक्रतीर्थ घाट, कृष्ण गंगा घाट, गौ घाट, असकुण्डा घाट, प्रयाग घाट, बंगाली घाट, स्वामी घाट, सूरज घाट और ध्रुव घाट आदि के नाम शामिल हैं.
मथुरा घूमने का सबसे अच्छा समय
अगर आप मथुरा घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यहां आप अक्टूबर से मार्च के महीनों में जा सकते हैं. क्योंकि इन महीनों में यहां का मौसम सुहावना होता है. वहीं, होली के समय और जन्माष्टमी पर यहां उत्सव मनाया जाता है. अगर आप इन उत्सव में शामिल होना चाहते हैं तो होली और जन्माष्टमी का समय मथुरा घूमने जाने के लिए बेस्ट है.
मथुरा कैसे पहुंचे?
मथुरा पहुंचना बेहद ही आसान है, क्योंकि आप यहां किसी भी माध्यम फ्लाइट, ट्रेन या सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं.
एयर कनेक्टिविटी- अगर आप फ्लाइट से मथुरा जाने की सोच रहे हैं तो बता दें कि मथुरा का निकटतम एयरपोर्ट आगरा में है. आगरा से मथुरा की दूरी करीब 58 किलोमीटर है. ऐसे में आप आगरा पहुंचने के बाद बस, टैक्सी या ट्रेन की मदद से मथुरा पहुंच सकते हैं.
ट्रेन से- मथुरा जंक्शन मध्य और पश्चिम रेलवे का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो देश के प्रमुख शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है. ऐसे में आप आसानी से ट्रेन द्वारा मथुरा पहुंच सकते हैं.
सड़क मार्ग से- आप बस या अपने किसी निजी वाहन से सड़क मार्ग द्वारा आराम से मथुरा की यात्रा कर सकते हैं. क्योंकि मथुरा में सड़कों का एक अच्छा नेटवर्क है. बता दें, आप देश के कई प्रमुख शहरों से मथुरा के लिए सीधी बसों का लाभ उठा सकते हैं.
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