बिहार के इस जगह को कहते हैं स्विट्जरलैंड, सुंदरता के हो जाएंगे मुरीद
बिहार के सासाराम जिला मुख्यालय से मात्र 41 किलोमीटर दूर चेनारी प्रखंड के करमचट के पास स्थित दुर्गावती जलाशय प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर बखूबी आकर्षित कर रहा है. बाँध की ऊँचाई 46.3 मीटर तथा लंबाई 1615.40 मीटर है. यहां पर कैमूर और रोहतास ही नहीं बल्कि बिहार के साथ दूसरे राज्यों से भी लोग बोटिंग का लुत्फ उठाने के लिए आते हैं.
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बिहार के सासाराम जिला मुख्यालय से मात्र 41 किलोमीटर दूर चेनारी प्रखंड के करमचट के पास स्थित दुर्गावती जलाशय प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर बखूबी आकर्षित कर रहा है. बाँध की ऊँचाई 46.3 मीटर तथा लंबाई 1615.40 मीटर है. यहां पर कैमूर और रोहतास ही नहीं बल्कि बिहार के साथ दूसरे राज्यों से भी लोग बोटिंग का लुत्फ उठाने के लिए आते हैं. दुर्गावती जलाशय के दोनों तरफ पहाड़ मुख्य आकर्षण का केंद्र है. ऐसे में लोग कश्मीर का लुत्फ कैमूर में उठा रहे हैं.
आपको बता दें, दुर्गावती परियोजना की नींव तत्कालीन उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम ने 1976 में रखी थी और वर्ष 2014 में 38 वर्ष बाद इस परियोजना का उद्घाटन हुआ.
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पिछले साल नवंबर में शुरू हुई बोटिंग
नए साल में पिकनिक मनाने के लिए इस जगह का ज्यादा लोग उपयोग करते हैं. बहुत ज्यादा भीड़ होती है जिसको देखते हुए स्थानीय प्रशासन के साथ वन विभाग की जितने भी टीमें हैं सभी लोगों को करमचट डैम पर लगा दिया जाता है. यहां पर वन विभाग की तरफ से नवंबर महीने से वोटिंग की व्यवस्था की गई है. यहां तीन मोटर बोट लगाए गए हैं. प्रत्येक यात्री के लिए 50 रुपये वोटिंग फी है. वोटिंग करने के लिए काफी दूर-दूर से लोग यहां पर आ रहे हैं.
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कैसे पहुंचे दुर्गावती जलाशय
दुर्गावती जलाशय तक पहुंचने के दो रास्ते हैं. एक सबार-भभुआ मुख्य सड़क से होते हुए दक्षिण के तरह सबार भीतरीबांध जाने वाली पथ से होकर पहुंच सकते हैं. वहीं, दूसरा रास्ता रोहतास के चेनारी से मल्हीपुर होकर भी दुर्गावती डैम तक पहुंचा जा सकता है. सासाराम या भभुआ, बस से पहुंचने के बाद भी वहां से निजी वाहन से भी जलाशय तक पहुंचा जा सकता है.
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