छत्तीसगढ़ का स्वर्ग: रायपुर के पास जतमई वाटरफॉल में नेचर, एडवेंचर और शांति का अद्भुत संगम
Chhattisgarh Tourism: छत्तीसगढ़ का जतमई वाटरफॉल प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग है. रायपुर से 85 किमी दूर यह मानसून में ट्रेकिंग, फोटोग्राफी और शांति का आदर्श स्थल है.
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Chhattisgarh Tourism: अगर आप शहर की भागदौड़ से कुछ वक्त निकालकर प्रकृति की गोद में सुकून तलाश रहे हैं, तो रायपुर से करीब 85 किलोमीटर दूर स्थित जतमई वाटरफॉल आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है. घने जंगलों, झरनों की मधुर आवाज और शुद्ध हवा के बीच यह स्थान मानसून के मौसम में बेहद आकर्षक रूप ले लेता है.
यहां घूमने का सही समय क्या?
जुलाई से अक्टूबर का समय यहां घूमने के लिए सबसे उत्तम है, जब झरना पूरे प्रवाह में होता है और आसपास की हरियाली अपनी खूबसूरती के चरम पर होती है. यह समय फोटोशूट, पिकनिक और ट्रेकिंग के लिए भी आदर्श माना जाता है. हालांकि गर्मी (अप्रैल–जून) और सर्दी (दिसंबर–जनवरी) में यहां पानी कम हो जाता है और पर्यटक संख्या भी घट जाती है.
यहां पर क्या है घूमने और देखने वाली चीजें?
जतमई वाटरफॉल की खूबसूरती सिर्फ इसके झरने तक सीमित नहीं है. यहां आप देख सकते हैं:
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- झरने का शानदार बहाव
- चारों ओर फैला घना जंगल और पहाड़ी दृश्य
- प्राकृतिक ट्रेकिंग ट्रेल्स
- ग्रेनाइट से बना जतमई माता का मंदिर
- रेनबो व्यू पॉइंट, खासकर बारिश के मौसम में
- मॉनसून स्पेशल बर्ड-वॉचिंग का आनंद
यहां खाने के बेस्ट ऑप्शन क्या-क्या है?
वाटरफॉल के पास स्थानीय गांवों में मिलने वाले स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजन जैसे चीला, फरा, ठेठरी, अइरसा और देसी महुआ की मिठाइयों का स्वाद लिया जा सकता है. मानसून के दौरान कुछ अस्थायी फूड स्टॉल भी सक्रिय हो जाते हैं. हालांकि बेहतर रहेगा कि आप अपना लंच या स्नैक्स साथ लेकर जाएं, क्योंकि यहां पक्के रेस्टोरेंट की सुविधा सीमित है.
यहां कैसे पहुंचे?
- सड़क मार्ग से: रायपुर से आरंग, गटपार होते हुए करीब 2 से 2.5 घंटे में जतमई पहुंचा जा सकता है.
- रूट: रायपुर > मंदिरहसौद > पलारी रोड > जतमई वाटरफॉल
- नजदीकी रेलवे स्टेशन: रायपुर (85 किमी)
- नजदीकी एयरपोर्ट: स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर
- कैब या बाइक रेंट पर लेना ज्यादा सुविधाजनक विकल्प है.
कहां रुकें?
वाटरफॉल के पास फिलहाल बड़े होटल उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन कुछ फॉरेस्ट गेस्ट हाउस और हट्स की व्यवस्था है, जिन्हें ऑनलाइन बुकिंग के जरिए पहले से आरक्षित करना पड़ता है. रायपुर शहर में बजट होटल से लेकर स्टार होटल तक कई विकल्प मौजूद हैं.
कब न जाएं?
- अगस्त के अंतिम सप्ताह में भारी बारिश के कारण जलप्रवाह तेज हो सकता है, जिससे खतरा बढ़ जाता है.
- रात के समय यात्रा से बचें क्योंकि यह क्षेत्र वन क्षेत्र है और रात में ट्रैवल करना असुरक्षित हो सकता है.
- बहुत अधिक ठंड के मौसम (दिसंबर–जनवरी) में झरने में पानी कम होता है, जिससे एडवेंचर और दृश्य सौंदर्य का मजा कम हो जाता है.
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