राजस्थान का एक ऐसा भूतिया गांव, जो अब है टूरिस्ट स्पॉट!

News Tak Desk

राजस्थान के जैसलमेर से 14 किमी दूर मौजूद कुलधरा गांव, जो पिछले 200 सालों से वीरान पड़ा हुआ है, भूतिया जगहों में आता है. चलिए आपको इस गांव की कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं.

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राजस्थान का कुलधरा गांव न केवल भारत का बल्कि दुनिया के भी सबसे भूतिया गांवों में से एक है. कुलधरा गांव, अपनी रहस्यमयी कहानी और भूतिया किस्सों के लिए जाना जाता है. राजस्थान के जैसलमेर से 14 किमी दूर मौजूद कुलधरा गांव, जो पिछले 200 सालों से वीरान पड़ा हुआ है, भूतिया जगहों में आता है. चलिए आपको इस गांव की कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं.

कुलधरा गांव का इतिहास

कहा जाता है कि 18वीं शताब्दी में यह गांव 800 से भी अधिक पालीवाल ब्राह्मण परिवारों का घर था. इस गांव के लोगों पर जैसलमेर का दीवान सलीम सिंह अत्याचार करता था. वो मनचाहा कर वसूलता था. इसके बाद सलीम सिंह की नजर गांव के मुखिया की बेटी पर पड़ी. सलीम सिंह ने गांव वालों पर बहुत ज्यादा कर लगाने की धमकी दी. लड़की को बचाने और सलीम सिंह के डर से बाहर निकलने के लिए रातों-रात पूरा गांव खाली हो गया. हालांकि, किसी ने भी गांव के लोगों को जाते नहीं देखा. कहा जाता है कि इस गांव को वो लोग श्राप देकर गए थे कि यहां अब कोई नहीं बस पाएगा.

कुलधरा गांव में देखने लायक चीजें

कुलधरा गांव अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित तरीके से रखा जाने वाला एक ऐतिहासिक स्थल है. पर्यटक यहां घूम सकते हैं और उस समय के दौरान ऐसा क्या हुआ था, जैसी झलकियां यहां देख सकते हैं. गांवों की सभी झोपड़ियां टूट चुकी हैं और खंडहर हो चुकी हैं. यहां एक देवी मंदिर भी है, जो अब वो भी खंडहर हो चुका है. रेत से ढके हुए घर, टूटी-फूटी हवेलियां और खाली सड़कें कुलधरा की भव्यता की गवाही देते हैं.

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कुलधरा गांव में घूमने का समय

बता दें, कुलधरा गांव में आप रोजाना सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक घूम सकते हैं. चूंकि ये जगह भूतिया मानी जाती है, इसलिए स्थानीय लोग सूर्यास्त के बाद द्वार बंद कर देते हैं. यदि आप कार से जा रहे हैं तो कुलधरा गांव के लिए एंट्री फीस 10 रुपए प्रति व्यक्ति है और अगर आप अंदर गाड़ी से जा रहे हैं तो 50 रुपए फीस है. यहां घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है, जहां गर्मी थोड़ी कम हो जाती है. इस दौरान आप धूप से परेशान हुए बिना रेगिस्तान में घूमने का आनंद ले सकते हैं.

कुलधरा गांव कैसे पहुंचे?

वायु मार्ग- आपको बता दें कि यहां का निकटतम घरेलू हवाई अड्डा जैसलमेर हवाई अड्डा है, जो गांव से लगभग 17 किमी दूर स्थित है. जैसलमेर का हवाई अड्डा एक सिविल एन्क्लेव हवाई अड्डा है जहां से केवल दिल्ली, जयपुर और जोधपुर के लिए उड़ानें होती हैं. वहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर हवाई अड्डा है.

रेल मार्ग- आप रेलवे के माध्यम से भी कुलधरा गांव तक पहुंच सकते हैं, क्योंकि जैसलमेर रेलवे स्टेशन निकटतम स्टेशन है, जो लगभग 34 किमी दूर है. स्टेशन पर उतरने के बाद, आप गांव तक पहुंचने के लिए कार रेंटल कंपनियों से एक निजी टैक्सी का विकल्प चुन सकते हैं.

सड़क मार्ग- आप सड़क मार्ग का विकल्प भी चुन सकते हैं क्योंकि गांव सड़कों के नेटवर्क से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है.

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