काफी पॉपुलर है राजस्थान का रणकपुर जैन मंदिर, देश-विदेश से यहां घूमने आते हैं पर्यटक!
यदि आप भी रणकपुर जैन मंदिर घूमने जाना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें जिससे आपको यहां की यात्रा करने में मदद मिलेगी. तो आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी सारी जरूरी जानकारियों के बारे में-
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जैन धर्म के प्रमुख तीर्थंकर आदिनाथ जी को समर्पित यह मंदिर राजस्थान राज्य में पाली जिले के सादरी नामक शहर के निकट अरावली पर्वत पर स्थित है. बता दें, इस मंदिर के चारों ओर घने जंगल हैं और बगल में माघी नदी है. यह मंदिर अपनी भव्यता, वास्तुकला और सुंदरता के लिए पूरे दुनियाभर में पॉपुलर है. रणकपुर मंदिर जैन धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में शामिल है और मंदिर की सुंदर संरचना पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. यदि आप भी रणकपुर जैन मंदिर घूमने जाना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें जिससे आपको यहां की यात्रा करने में मदद मिलेगी. तो आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी सारी जरूरी जानकारियों के बारे में-
रणकपुर जैन मंदिर के बारे में कुछ रोचक जानकारी-
- 48,000 वर्ग फुट में फैले रणकपुर जैन मंदिर अपनी भव्यता और शिल्पकारी के लिए जाना जाता है, जिसका निर्माण राजा कुम्भा ने करवाया था.
- करीब 600 साल पुराने इस मंदिर के निर्माण में उस समय 99 लाख रुपये का खर्च आया था.
- माना जाता है कि इस मंदिर के निर्माण में 60 वर्ष का समय लगा था और इसका निर्माण 1458 ई. तक चला था.
- रणकपुर मंदिर की संरचना विशाल है जिसमें चौमुखा मंदिर, अंबा माता मंदिर, पार्श्वनाथ मंदिर और सूर्य मंदिर आदि शामिल हैं.
- इस मंदिर में 29 हॉल, 1444 खंभे (पिलर) और 80 गुंबद बने हुए हैं.
- आपको बता दें, मंदिर में जैन तीर्थंकर आदिनाथ जी की संगमरमर से बनी 4 मूर्तियां हैं, जिनके मुख चारों दिशाओं की ओर हैं. इन सभी मूर्तियों की ऊंचाई 6 फीट है. इसीलिए इसे चतुर्मुख मंदिर भी कहा जाता है.
- रणकपुर जैन मंदिर के मुख्य मंदिर और अन्य मंदिरों की दीवारों पर नृत्य करती अप्सराओं की कामुक मूर्तियां उकेरी गई हैं जो प्राचीन कामुक शैलियों को प्रदर्शित करती है.
कब जाएं रणकपुर जैन मंदिर?
वैसे तो आप रणकपुर जैन मंदिर घूमने कभी भी जा सकते हैं, लेकिन यहां जाने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का माना जाता है. क्योंकि इस मौसम में यात्रा करना आसान होता है. यहां पूरे साल पर्यटकों का तांता लगा रहता है.
जानिए, रणकपुर जैन मंदिर की टाइमिंग व एंट्री फीस
रणकपुर जैन मंदिर की टाइमिंग की बात करें तो यह सुबह 9 बजे से शाम के 7 बजे तक खुला रहता है. वहीं, मंदिर की एंट्री फीस की बात की जाए तो बता दें कि इस मंदिर में भारतीय पर्यटकों की एंट्री बिल्कुल फ्री है लेकिन विदेशी पर्यटकों को 200 रूपये चार्ज देना पड़ता है.
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कैसे पहुंचे रणकपुर जैन मंदिर?
रणकपुर जैन मंदिर पहुंचने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन या बस में से किसी भी साधन का अपने सुविधानुसार चुनाव कर सकते हैं.
- फ्लाइट से- बता दें, यहां का निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर है जो रणकपुर से 60 किमी दूर है. ऐसे में आप इस हवाई अड्डे से स्थानीय साधनों की मदद से मंदिर आसानी से पहुंच सकते हैं.
- ट्रेन से- यदि आप ट्रेन से जाना चाहते हें तो बता दें कि फालना रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक है, जोकि लगभग 29 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. लेकिन ज्यादातर पर्यटक ट्रेन पकड़ने के लिए उदयपुर जाना पसंद करते हैं क्योंकि यहां ज्यादा ऑप्शन मौजूद हैं. उदयपुर रेलवे स्टेशन रणकपुर जैन मंदिर से लगभग 96 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं.
- सड़क मार्ग से- रणकपुर जैन मंदिर सड़क मार्ग के माध्यम से अपने आसपास के नजदीकी शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं इसलिए आप बस या अपने निजी वाहन से भी रणकपुर जैन मंदिर घूमने के लिए जा सकते हैं.