नोएडा: सावन सोमवार व्रत तोड़ने के लिए मंगवाई वेज बिरयानी, बॉक्स खोला तो निकला नॉन-वेज
सोमवारी का व्रत रखने वाले वैभव शर्मा ने नोएडा में व्रत तोड़ने के लिए ऑनलाइन वेज बिरयानी ऑर्डर की, लेकिन उन्हें नॉन-वेज बिरयानी मिली. शिकायत के बाद रेस्टोरेंट मालिक ने गलती मानी और खाद्य सुरक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए सैंपल जांच के लिए भेजे हैं.
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सावन के पवित्र महीने में कई भक्त भगवान शिव को खुश करने के लिए सोमवार का व्रत रखते हैं. ऐसे ही एक शिव भक्त वैभव शर्मा के साथ बीते सोमवार को एक ऐसी घटना हुई, जिसने उनकी आस्था को झकझोर कर रख दिया. दिन भर के उपवास करने के बाद जब उन्होंने अपना व्रत तोड़ने के लिए ऑनलाइन वेज बिरयानी ऑर्डर की, तो उन्हें जो मिला वह चौंकाने वाला था. दरअसल पार्सल खोलते ही पता चला की वो बिरयानी वेज की जगह नॉन-वेज है.
यह घटना नोएडा के सेक्टर 136 में हुई, जहां वैभव शर्मा काम करते हैं. सोमवार को व्रत रखने के बाद, शाम करीब 7:30 बजे उन्होंने एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप के माध्यम से 'थलाइराज बिरयानी' (Thalairaj Biryani) रेस्टोरेंट से 'मशरूम पनीर वेज बिरयानी फैमिली पैक' ऑर्डर किया था. इसके लिए उन्होंने 1,165 रुपये का भुगतान भी किया. डिलीवरी मिलने के बाद जैसे ही वैभव ने खाना खाने के लिए पैकेट खोला उनकी आंखें फटी रह गईं. पैकेट में वेज बिरयानी की जगह नॉन-वेज बिरयानी थी.
पुलिस को दी सूचना
यह देखकर वैभव तुरंत परेशान हो गया और बिना देर किए डायल 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी और खाद्य सुरक्षा विभाग को भी इस गंभीर गलती से अवगत कराया. इसके बाद वह खुद सेक्टर 144 स्थित थलाइराज बिरयानी रेस्टोरेंट पहुंचा और मालिक से शिकायत की.
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रेस्टोरेंट मालिक ने अपनी गलती तुरंत स्वीकार कर ली और वैभव शर्मा से माफी मांगी. उन्होंने सफाई देते हुए बताया कि उसी समय दो ऑर्डर तैयार किए जा रहे थे और गलती से वेज ऑर्डर की जगह नॉन-वेज चला गया और नॉन-वेज की जगह वेज.
इस घटना के बाद, उत्तर प्रदेश खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने मामले में तुरंत कार्रवाई की. उन्होंने रेस्टोरेंट से खाने के नमूने लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब में भेजा गया है. हालांकि, रेस्टोरेंट मालिक द्वारा माफी मांगने और अपनी गलती स्वीकार करने के बाद, वैभव शर्मा और रेस्टोरेंट के बीच समझौता हो गया है.
यह घटना उन ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स और रेस्टोरेंट्स के लिए एक सबक है जिन्हें ग्राहकों के खान-पान की वरीयताओं और धार्मिक भावनाओं का विशेष ध्यान रखना चाहिए. व्रत के दौरान हुई यह गलती निश्चित रूप से वैभव शर्मा के लिए एक अप्रिय अनुभव रहा होगा, लेकिन समय रहते हुई कार्रवाई और रेस्टोरेंट की ओर से स्वीकार की गई गलती ने मामले को आगे बढ़ने से रोक दिया. अब सभी की निगाहें लैब रिपोर्ट पर हैं, जिससे इस मामले में आगे की कार्रवाई का रास्ता साफ होगा.